आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को ‘गैर इस्लामिक’ और ‘गैरकानूनी’ करार देते हुए कहा कि तीन तलाक के मुद्दे पर इसका साथ देना ‘शैतान का साथ देने’ जैसा है।
संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘कुरान शरीफ में तीन तलाक और हलाला का जिक्र नहीं किया गया है। मुस्लिमों की पवित्र किताब में इसको मंजूरी नहीं दी गई है।'
इंद्रेश कुमार संघ समर्थित मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े हुए हैं। यह मानवता और महिलाओं पर सबसे बुरा अत्याचार है।
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उन्होंने कहा कि इस्लामी दर्शन के अनुसार, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ‘एक कानूनी संस्था नहीं है, और वह देश में मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है।’
राष्ट्रीय सुरक्षा पर आधारित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘बोर्ड को कोई इस्लामी, संवैधानिक या कानूनी दर्जा नहीं मिला हुआ है ...... और किसी भी मुद्दे खासतौर पर तीन तलाक जैसे मुद्दे पर इसके साथ खड़ा होना ‘शैतान’ का साथ देने जैसा है।’
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उन्होंने कहा कि बोर्ड का गठन मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति के लिये किया गया था। जब मुस्लिम वोट बैंक क्षेत्रीय दलों का तरफ जाने लगा था।
उन्होंने कहा, 'कुरान शरीफ तीन तलीक का मान्यता नहीं देता, लेकिन कुछ लोग शरीया कानून का भावनाओं से खेलने के लिये इस्तेमाल करते हैं।'
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Source : News Nation Bureau