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सीएम स्टालिन ने टीएनएससीबी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ जांच के दिए आदेश

सीएम स्टालिन ने टीएनएससीबी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ जांच के दिए आदेश

Updated on: 21 Aug 2021, 01:25 PM

चेन्नई:

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य स्लम क्लीयरेंस बोर्ड ( टीएनएससीबी) के अधिकारियों और उसके ठेकेदारों के खिलाफ एक गैर सरकारी संगठन, अरापोर अय्याकामी द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का आदेश दिया है।

मुख्यमंत्री और अन्य संबंधित अधिकारियों को शुक्रवार को दायर की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि टीएनएससीबी ने खराब गुणवत्ता वाले अपार्टमेंट का निर्माण किया है।

राज्य पुलिस के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) विंग द्वारा पूर्व मंत्री और अन्नाद्रमुक नेता एसपी वेलुमणि के परिसरों पर हाल ही में किए गए हाई प्रोफाइल छापे में व्हिसलब्लोअर संगठन की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी।

अरापोर अय्याकामी ने मुख्यमंत्री को अपनी याचिका में कहा है कि अपार्टमेंट परिसर के ए, बी, सी और डी ब्लॉक में रहने वाले लगभग 100 परिवार खराब गुणवत्ता वाले निर्माण का खामियाजा भुगत रहे हैं।

एनजीओ ने यह भी कहा कि खराब गुणवत्ता से इमारत ढह सकती है, जिससे निवासियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।

उन्होंने निर्माण से संबंधित कई मुद्दों को उठाया, जिसमें लिफ्टों का काम न करना, पीने के लिए पानी की उपलब्धता की कमी शामिल है।

एनजीओ ने शिकायत में उल्लेख किया कि बिना लिफ्ट के नौ मंजिला भवन निवासियों के लिए बड़ी समस्या पैदा कर रही है

उन्होंन यह भी दावा किया कि निवासियों को लिफ्ट और पानी की सुविधाके लिए 1.5 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया है।

अरप्पोर इयक्कम ने शिकायत की है कि गरीब निवासी जो ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं। महामारी के कारण उनमें से अधिकांश बेरोजगार हो गए हैं, इतनी बड़ी राशि का भुगतान बिल्कुल भी संभव नहीं है।

संगठन ने अपनी शिकायत में कहा कि इन अपार्टमेंटों के निर्माण के लिए टीएनएससीबी द्वारा दी गई टेंडर और शर्तों के संबंध में कोई पारदर्शिता नहीं है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.