जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नमाज अदा करने के बाद मस्जिद से बाहर निकल रहे लोगों की फोटो खींचने के कारण भीड़ ने एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी। अधिकारी पर आरोप है कि वह लोगों का फोटो खींच रहा था। तभी लोगों ने उससे पूछताछ किया। मुख्यमंत्री महबूबा मुृफ्ती और अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फारूख ने इस घटना की निंदा की है।
इस घटना के बाद पुलिस विभाग ने कार्रवाई की और इस मामले में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
इस घटना की जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने निंदा करते हुए कहा है, 'इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ और नहीं हो सकता।'
उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस सबसे बेहतर और संवेदनशील पुलिस है, उसे पता है कि वो अपने लोगों से ही डील कर रही है।
अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फारूक ने कहा है कि इस तरह की घटना की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने एसपी वैद्य ने कहा इस मामले में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को समझना चाहिये कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिये है। इन लोगों को इस तरह की हरकत नहीं करनी चाहिये
पूछताछ के दौरान पुलिस अधिकारी ने गोलियां चला दी। इस कारण तीन लोग घायल हो गए। जिसके बाद भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई कर दी और उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है। घटना नोहट्टा इलाके में एक मस्जिद के बाहर घटी।
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जिसके बाद इलाके में तनाव का महौल बना हुआ है। स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
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Source : News Nation Bureau