आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के श्रीनगर में बीएसएफ कैंप पर हमले के बाद महानिदेशक केके शर्मा ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि जब तक हमारे पड़ोसी मित्रतापूर्ण व्यवहार नहीं करते, हमले होते रहेंगे।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डीजी केके शर्मा ने कहा, 'हमें लगता है कि आतंकवादी बीएसएफ कैंप में रखे हथियार और गोला बारूद तक पहुंचना चाहते थे।'
जैश के आत्मघाती हमलावरों ने श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास बीएसएफ के एक शिविर पर मंगलवार सुबह हमला कर दिया था।
इसके बाद की गई जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए और इस दौरान एक जवान शहीद हो गया। हमले में बीएसएफ के चार जवान घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमलावरों ने चार स्तरीय सुरक्षा घेरे को तोड़कर अति सुरक्षित क्षेत्र में प्रवेश किया, जहां राज्य के रसूखदार लोग रहते हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी मसूद अजहर की अगुआई वाले जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) ने ली है। इस हमले की तुलना जनवरी, 2016 में पंजाब के पठानकोट वायुसेना अड्डे पर किए गए हमले से की जा रही है। मसूद पाकिस्तान में है और भारत में वह एक सर्वाधिक वांछित आतंकवादी है।
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पुलिस महानिदेशक मुनीर खान ने कहा कि हमले के लिए जैश-ए-मुहम्मद जिम्मेदार है और पाकिस्तान जब तक हमारा पड़ोसी है, ऐसे हमले होते रहेंगे।
उन्होंने कहा, 'यह वहीं आतंकवादी समूह है, जिसके आतकंवादियों ने इसके पहले पुलवामा शहर में हमला किया था।' उन्होंने कहा कि हमलावरों ने जुलाई-अगस्त में पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ की थी।
कश्मीर घाटी में पुलिस बल के प्रमुख खान ने इस बात से इनकार किया कि सुरक्षा चूक की वजह से हमला हुआ।
उन्होंने कहा, 'जबतक वहां आतंकवाद है, आतकंवादी ऐसे हमले की साजिश रचते रहेंगे। यदि हमने हवाई कार्रवाई की होती तो यह अभियान बहुत पहले ही समाप्त हो गया होता।'
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Source : News Nation Bureau