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क्षेत्रीय चिंताओं, वैश्विक स्थिति पर रूसी विदेश मंत्री से बात: जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि उनके रूसी समकक्ष (विदेश मंत्री) सर्गेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता समग्र वैश्विक स्थिति के साथ-साथ विशिष्ट क्षेत्रीय चिंताओं को दूर करेगी. लावरोव के साथ बैठक के बाद अपनी टिप्पणी में, जयशंकर- जो रूस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं- ने कहा कि विभिन्न स्तरों पर हमारी सरकारें निरंतर संपर्क में हैं. जयशंकरने कहा- हमारी बैठक हमारे संबंधों का आकलन करने, वैश्विक स्थिति पर ²ष्टिकोणों का आदान-प्रदान करने और हमारे संबंधित हितों का क्या अर्थ है, इसके लिए समर्पित है. उन्होंने कहा, कोविड, व्यापार की कठिनाइयों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारी असर डाला है. अब हम यूक्रेन संघर्ष के परिणाम उसके ऊपर देख रहे हैं.

Updated on: 08 Nov 2022, 06:35 PM

नई दिल्ली:

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि उनके रूसी समकक्ष (विदेश मंत्री) सर्गेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता समग्र वैश्विक स्थिति के साथ-साथ विशिष्ट क्षेत्रीय चिंताओं को दूर करेगी. लावरोव के साथ बैठक के बाद अपनी टिप्पणी में, जयशंकर- जो रूस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं- ने कहा कि विभिन्न स्तरों पर हमारी सरकारें निरंतर संपर्क में हैं. जयशंकरने कहा- हमारी बैठक हमारे संबंधों का आकलन करने, वैश्विक स्थिति पर ²ष्टिकोणों का आदान-प्रदान करने और हमारे संबंधित हितों का क्या अर्थ है, इसके लिए समर्पित है. उन्होंने कहा, कोविड, व्यापार की कठिनाइयों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारी असर डाला है. अब हम यूक्रेन संघर्ष के परिणाम उसके ऊपर देख रहे हैं.

जयशंकर ने बैठक में कहा, जहां द्विपक्षीय संबंधों का संबंध है, हमारा उद्देश्य एक समकालीन, संतुलित, पारस्परिक रूप से लाभप्रद और दीर्घकालिक जुड़ाव बनाना है. आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन के अधिक बारहमासी मुद्दे हैं, दोनों का प्रगति और समृद्धि पर विघटनकारी प्रभाव पड़ता है.

उन्होंने आगे कहा कि भारत और रूस तेजी से बहु-ध्रुवीय और असंतुलित दुनिया में एक-दूसरे से जुड़े हैं. हम ऐसा दो नीतियों के रूप में करते हैं, जिनके बीच असाधारण रूप से स्थिर, समय-परीक्षणित संबंध रहे हैं. इससे पहले, जयशंकर ने आखिरी बार जुलाई 2021 में रूस का दौरा किया था और उसके बाद इस साल अप्रैल में लावरोव ने नई दिल्ली की यात्रा की थी.