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एसपीजी सुरक्षा नहीं हटानी चाहिए थी, प्रियंका वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा का छलका दर्द

एसपीजी सुरक्षा विधेयक लोकसभा से पारित हो चुका है. मोदी सरकार के सामने अब इस बिल को राज्‍यसभा से पास कराने की चुनौती है. इस बीच प्रियंका वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस नहीं करनी चाहिए थी.

Updated on: 03 Dec 2019, 02:58 PM

नई दिल्‍ली:

एसपीजी सुरक्षा विधेयक (SPG Security BIll 2019) लोकसभा (Lok Sabha) से पारित हो चुका है. मोदी सरकार (Modi Sarkar) के सामने अब इस बिल को राज्‍यसभा (Rajya Sabha) से पास कराने की चुनौती है. इस बीच प्रियंका वाड्रा (Priyanka Vadra) के पति रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने कहा है कि गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस नहीं करनी चाहिए थी. उन्‍होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा, "महिला सुरक्षा" हमारे देश का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है. मेरी एक बेटी भी है, मुझे उसकी सुरक्षा की चिंता है. मैं केंद्र और राज्य सरकारों से आग्रह करता हूं कि वे एक और घटना होने से पहले जागें और कार्रवाई करें. गंभीर कानूनों को लागू करें और यह सुनिश्चित करें कि हमारे देश में महिलाएं सुरक्षित रहें.

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उन्‍होंने कहा, यह प्रियंका, मेरी बेटी और बेटे या मेरे या गांधी परिवार की सुरक्षा के बारे में नहीं है. यह हमारे नागरिकों खासकर हमारे देश की महिलाओं को सुरक्षित और सुरक्षित रखने के बारे में है. पूरे देश में सुरक्षा से समझौता किया जाता है... लड़कियों के साथ छेड़छाड़ / बलात्कार हो रहे हैं, हम क्या समाज बना रहे हैं ...? प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है. यदि हम अपने देश, अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं, सड़कों पर सुरक्षित नहीं हैं, तो दिन में या रात में सुरक्षित नहीं हैं, हम कहाँ और कब सुरक्षित हैं?

हैदराबाद की घटना को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, बलात्कार और बलात्कारियों का कोई धर्म नहीं होता है. जितना मैं बलात्कार और हत्या के बारे में पढ़ता हूं, उतना ही मुझे पीड़ा होती है. जब तक दंड की अवधि कम नहीं की जाती, तब तक भयावह कार्य जारी रहेंगे. एक समाज के रूप में, महिलाओं के प्रति हमारी मानसिकता बदलनी चाहिए. इस तरह के अमानवीय कृत्यों की अनुमति नहीं दी जा सकती है. जब तक ऐसे बलात्कारियों को उचित सजा नहीं दी जाती, ऐसे मामले दोहराए जाते रहेंगे.

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उन्‍होंने कहा, हमें अपने देश में महिलाओं को महसूस करने और सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए एकजुट होना चाहिए. हम घटनाओं को घटित नहीं कर सकते हैं और सिर्फ इसके बारे में बात कर सकते हैं, हमें महिलाओं की सुरक्षा पर कार्रवाई करने और परिवर्तन करने में मदद करने की आवश्यकता है. उसका स्कूटर टूट गया और वह मदद के लिए चली गई और भयावह अंत होने की चपेट में आ गई.

बता दें कि एसपीजी संशोधन विधेयक 2019 लोकसभा से पारित हो गया है और मंगलवार को इसे राज्‍यसभा में पेश होना है. इस विधेयक में दो दो बड़े बदलाव किए गए हैं. नए विधेयक में कहा गया है कि केवल देश के प्रधानमंत्री और उनके साथ रहने वाले परिवार को ही एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी. विधेयक में यह भी कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री को कार्यालय छोड़ने के पांच साल बाद तक एसपीजी सुरक्षा मिलेगी.