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लोकसभा स्पीकर ओम बिरला Exclusive : देश को नए संसद भवन की ज़रूरत लंबे समय से

17वीं लोकसभा के 2 साल पूरे होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने News Nation के साथ विशेष बातचीत की. उन्होंने अपने बातचीत में कहा कि सदन के सफल संचालन के लिए सभी सदस्यों का योगदान जरूरी है.

Updated on: 18 Jun 2021, 07:17 PM

दिल्ली :

17वीं लोकसभा के 2 साल पूरे होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने News Nation के साथ विशेष बातचीत की. उन्होंने अपने बातचीत में कहा कि सदन के सफल संचालन के लिए सभी सदस्यों का योगदान जरूरी है. उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों में लोकसभा के भीतर बहुत-बहुत पूर्ण बहुत शानदार काम हुआ है इसके लिए सांसदों को बधाई देता हूं. सदस्यों के सहयोग से लोकसभा की 167 प्रतिशत प्रोडक्टिव रही. सत्ता पक्ष और विपक्ष से लगातार संवाद से कामयाबी मिली. सीनियर सदस्यों के अनुभव से मार्गदर्शन मिला है. सदन के सभी सदस्यों को बराबर मौक़ा देने की कोशिश रही.

लोकजनशक्ति पार्टी के ताजा घटनाक्रम पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि जहां तक एलजीपी का मसला है पशुपति पारस के नेतृत्व में पांच सांसद आए और उन्होंने चिट्ठी सौंपी और उस पर निर्णय लिया. उन्होंने आगे बताया कि चिराग पासवान की भी चिट्ठी पहुंची है और उस पर भी संज्ञान लेंगे. उन्होंने बताया कि जब जरूरत होगी तो उनको भी बुलाएंगे. चिराग पासवान के लिए उन्होंने कहा कि वह मुझसे जब चाहे मिल सकते हैं.

नए संसद भवन के निर्माण को लेकर स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि बहुत सारे नेताओं ने सवाल उठाए लोकतंत्र में सभी सवाल उठा सकते हैं लेकिन नए संसद भवन के निर्माण की मांग लोकसभा और राज्यसभा ने दी थी. ओम बिरला ने आगे कहा कि, मौजूदा संसद भवन एक ऐतिहासिक इमारत है। मौजूदा संसद भवन में और विस्तार संभव नहीं है। देश को नए संसद भवन की ज़रूरत लंबे समय से है. मौजूदा संसद भवन 100 साल पुराना हो चुका है, कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए नया संसद भवन चाहिए. मौजूदा संसद भवन में डिजिटलीकरण संभव नहीं, संसद की उत्पादकता बढ़ाने के लिए नई इमारत चाहिए. नए संसद भवन में ज़्यादा सांसद बैठ सकेंगे.

ट्विटर मामले को लेकर एलीमेंट्री कमेटी के सामने पेश हो रहा है नहीं हो रहा है यह अलग इशू है. लेकिन अगर कोई मसला मेरे पास आएगा तो मैं प्रिविलेज कमेटी को भेजूंगा. उन्होंने आगे बताया कि अपने कार्यकाल में संसद का करोड़ों रुपए बचाया है. उन्होंने कहा कि फूल में डेढ़ करोड़,  कैंटीन में 9 करोड़ों पर और प्रिंटिंग में करीब 12 से 13 करोड पर बचाए गए हैं. नारदा मामले पर चर्चा करते हुए कहा कि कई कमेटी की रिपोर्ट आई है लेकिन उसमें भिन्नता है. जब रिपोर्ट संज्ञान में आएगा उस पर तुरंत निर्णय लिया जायेगा.