लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को सदन में बहस के दौरान संबंधित मंत्री के जवाब की प्रतीक्षा किए बिना सदस्यों के सदन छोड़ने पर गंभीरता से विचार किया।
उन्होंने सदन को बताया, जो सांसद सदन में नहीं रहते हैं, मैंने इस पर गंभीरता से विचार किया है और यह गहरी चिंता का विषय है। वे कोई जवाब न दते। और, मैं उनकी पार्टियों को यह भी बताऊंगा कि उन्हें बहस के दौरान मैदान में नहीं उतारा जाता है।
उनकी चेतावनी तब सामने आई, जब वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने उल्लेख किया कि वह कांग्रेस के एक सदस्य द्वारा उठाए गए बिंदु का जवाब दे रही थीं, लेकिन वह सदन में मौजूद नहीं थे। सीतारमण 2022-23 के बजट पर बहस और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के 2021-22 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों का जवाब दे रही थीं।
बिरला ने कहा कि मंत्री को इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सदस्य मौजूद नहीं थे। मंत्री के जवाब के बाद सदन ने जम्मू-कश्मीर के लिए 2022-23 के लिए अनुदान और 2021-22 के लिए अनुपूरक अनुदान की मांगों को पारित किया।
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Source : IANS