विधानसभा चुनावों में मिली शानदार जीत के बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दोनों नेताओं ने तीनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों के शपथग्रहण समारोह में जाने से मना कर दिया है. चुनावों में मिली जीत के बाद राहुल गांधी के महागठबंधन के लिए यह बड़ा सिरदर्द माना जा रहा है. माना जा रहा है कि एक दिन पहले तमिलनाडु में करुणानिधि की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर द्रमुक नेता एमके स्टालिन द्वारा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानने से दोनों नेता नाराज है. जानकारों का यह भी कहना है कि ये दोनों नेता राहुल गांधी को चुनावों से पहले प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं मान रहे हैं. इसलिए विरोधस्वरूप यह कदम उठाया है.
कई विपक्षी दलों ने अंदरखाने एमके स्टालिन द्वारा राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार घोषित करने से नाखुश बताए जा रहे हैं. विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘विपक्ष के कई नेता प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में किसी का नाम घोषित करने के खिलाफ हैं. सपा, तेलुगुदेशम, बसपा, तृणमूल और राकांपा स्टालिन की घोषणा से सहमत नहीं बताए जा रहे हैं. द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने रविवार को कहा, गांधी वंशज में ‘फासीवादी' नरेन्द्र मोदी सरकार को हराने की क्षमता है. मैं प्रस्तावित करता हूं, हम दिल्ली में एक नया प्रधानमंत्री बैठाएंगे. मैं तमिलनाडु से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का प्रस्ताव करता हूं.
यह भी पढ़ें : एमके स्टालिन ने राहुल गांधी का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए प्रस्तावित किया
स्टालिन ने यह घोषणा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग UPA) अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी.नारायणसामी और डीएमके नेताओं और कई अन्य पार्टियों के नेताओं की उपस्थिति में की. माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती इसी से नाखुश हैं और शपथग्रहण समारोह में शामिल होने से मना कर दिया है.
उधर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर कांग्रेस नेता कमल नाथ के शपथ ग्रहण समारोह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी. यह जानकारी रविवार को आधिकारिक सूत्रों ने दी. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि बनर्जी के सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के लिए भोपाल नहीं जाने का कोई कारण नहीं बताया गया है.
Source : News Nation Bureau