दक्षिणी निगम द्वारा मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों को तेज करते हुए सभी वार्डो में व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही डीबीसी कर्मचारियों द्वारा सभी वार्डो में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के नियंत्रण के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
डीबीसी कर्मचारियों द्वारा मच्छर प्रजनन का पता लगाने के लिए विशेष रूप से सरकारी कार्यालयों, निर्माण स्थलों, शिक्षण संस्थानों, जेजे कॉलोनियों, अस्पतालों, डीटीसी बस डिपो, पुलिस थानों का डीबीसी कर्मचारियों द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है और मच्छर प्रजनन पाए जाने पर नियम उल्लघंनकर्ताओं को चालान और सरकारी नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
चारों जोन में स्थानीय पार्षद व आरडब्ल्यूए के सहयोग से विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा हैंडबिल स्टीकर, बैनर लगाकर तथा ऑटों द्वारा बुनादी करवा कर लोगों को मच्छरजनित बीमारियों के बारें में जानकारी दी गई।
जनस्वास्थ्य विभाग लगातार मच्छरों की रोकथाम के लिए कई प्रयास कर रहा है, जिनमें जनजागरूकता अभियान, अंतरविभागीय समन्वय, कीटनाशकों का छिड़काव इत्यादि अन्य कार्यक्रमों का संचालन करना सम्मिलित है।
इसके अलावा, लोगों को मच्छरजनित बीमारियों में अवगत कराने के लिए 5 लाख से अधिक एसएमएस किए गए।
हालांकि निगम ने नागरिकों से आग्रह किया है कि छत पर तथाअन्य स्थानों पर पानी की टंकियों को ढककर रखें, अपने घरों/कार्यालयों मेंआस-पास पानी जमा न होने दें, सभी कूलरों को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें और दोबारा भरने से पहले सुखा लें, जिन कूलरों को साफ नहीं किया जा सकता, उनमें टेमिफास ग्रेन्यूल्ज/पेट्रोल डालें।
खाली व बेकार टूटी बोतलें कप, गमलेतथा टायर खुले में न छोड़ें, जलजमाव वाले स्थलों पर केरोसिन/पेट्रोल/डीजल डाल दें, ताकि मच्छरों की उत्पत्ति न हो। पानी को बेकार बहने न दें और मच्छर प्रजनन की जांच करने वाले दल को निरीक्षण करने से मना न करें ।
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Source : IANS