कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को मोदी सरकार को किसानों के हित में 'राजधर्म' निभाने की याद दिलाते हुए कहा कि किसान सरकार की गलत नीतियों के कारण 'काली दिवाली' मनाने के लिए विवश हैं. एक बयान में सोनिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ता में आने के बाद किसानों को धोखा देना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, "उन्होंने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर फसल पर उनकी लागत का 50 फीसदी वापस देने का वादा किया था. लेकिन एक साल बाद कुछ बिचौलियों के हित में काम किया, जिन्होंने किसानों के करोड़ों रुपये लूट लिए."उन्होंने सरकार से किसानों को परेशान करना बंद करने और सरकार से राजधर्म निभाते हुए कृषि उत्पादों के लिए सही दाम सुनिश्चित करने की मांग की.
वहीं कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, बैंकिंग प्रणाली में गिरावट और किसानों के संकट जैसे मुद्दों को उजागर करने के लिए पांच नवंबर से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी. कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि विरोध प्रदर्शन आम लोगों की दुर्दशा को उजागर करेगा. पार्टी केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीतियों और फैसलों का विरोध करेगी.
वेणुगोपाल ने कहा कि राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन जिला स्तर व राज्य की राजधानी स्तर पर 5 से 15 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा और इसका समापन नई दिल्ली में सरकार के खिलाफ विशाल रैली के साथ होगा. यह फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में 12 व 13 सितंबर को हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लिया गया. इससे पहले यह कार्यक्रम 15 से 25 अक्टूबर के बीच निर्धारित किया गया था. इस कार्यक्रम को विधानसभा चुनावों की वजह से टाला गया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो