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सोनिया गांधी ने बनाई 'एक व्यक्ति एक पद' की रणनीति, इन दिग्गज नेताओं से छीने जा सकते हैं पद

सोनिया गांधी भी खुद इस लिस्ट में शामिल हैं जो अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल की नेता भी हैं. हालांकि सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी दोनों ही पदों पर बनीं रहेंगी क्योंकि दोनों पदों पर कोई ज़्यादा असमानता नहीं है

Updated on: 13 Aug 2019, 01:49 PM

नई दिल्ली:

सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. हलचल इसलिए कि सोनिया एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर काम करने जा रही हैं. सूत्रों के मुताबिक सोनिया पार्टी संगठन में कुछ बड़े बदलाव करते हुए 'एक व्यक्ति एक पद' के सिद्धांत को लागू कर सकती हैं. इस मुद्दे पर सोनिया गांधी ने रणनीतिकारों से चर्चा की है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी एक से ज्यादा पद छीने जा सकते हैं.

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इन नेताओं के पास हैं एक से ज़्यादा पद

  • ग़ुलाम नबी आजाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता, राष्ट्रीय महासचिव, प्रभारी- हरियाणा
  • कमलनाथ- मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश और प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश
  • सचिन पायलट- उपमुख्यमंत्री, राजस्थान और प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान कांग्रेस
  • नाना पटोले- अध्यक्ष, किसान मजदूर कांग्रेस और चेयरमैन, कैम्पेन कमेटी- महाराष्ट्र कांग्रेस,
  • नितिन राउत- अध्यक्ष, अनुसूचित जाति सेल-कांग्रेस और कार्यकारी अध्यक्ष, महाराष्ट्र कांग्रेस
  • उमंग सिंगार- कैबिनेट मंत्री, मध्य प्रदेश सरकार और प्रभारी सचिव-झारखंड.

इसके अलावा सोनिया गांधी भी खुद इस लिस्ट में शामिल हैं जो अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल की नेता भी हैं. हालांकि सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी दोनों ही पदों पर बनीं रहेंगी क्योंकि दोनों पदों पर कोई ज़्यादा असमानता नहीं है.

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शनिवार को CWC की बैठक में हुआ था सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष चुनने का फैसला

बता दें, सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाने का फैसला कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में शनिवार को लिया गया था. सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रणदीप सुरजेवाल ने बताया कि बैठक में तीन प्रस्ताव पेश हुए. पहले प्रस्ताव में राहुल गांधी के काम की तारीफ की गई. राहुल गांधी ने पार्टी को शानदार नेतृत्व दिया. उन्होंने व्यापारियों, किसानों, मजदूर, दलित, महिलाओं, आदिवासियों के लिए आवाज उठाई.

वहीं दूसरे प्रस्ताव में राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए कहा गया. लेकिन राहुल गांधी ने बड़ी विनम्रता के साथ इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया. जिसके बाद तीसरा प्रस्ताव पेश किया गया. इस प्रस्ताव में सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात कही गई.

रणदीप सुरजेवाला ने बताया, 'सीडब्ल्यूसी ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष बनने की मांग की, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. नया पार्टी अध्यक्ष चुने जाने तक सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष रहेंगी.'