कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस पार्टी 21 जुलाई को विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार है। उत्तराखंड से कांग्रेस के कई बड़े नेता कल दिल्ली कूच करेंगे और ईडी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन में उत्तराखंड से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल होंगे।
प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि बीजेपी प्लेइंग कार्ड खेलने वाले जुआरियों की तरह व्यवहार कर रही है। बीजेपी सरकार विपक्ष को दबाने के लिए लगातार ईडी और सीबीआई जैसे संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है। नूपुर शर्मा के बयान से जब देश का माहौल खराब हुआ और विदेशी में सरकार की निंदा हुई। तब बीजेपी ने ईडी का मामला उठाते हुए राहुल गांधी को समन भिजवा दिया। ताकि बीजेपी अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता के शर्मनाक प्रकरण से लोगों का ध्यान हटाया जा सके।
प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि इसके विरोध में जब कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन किया तो बीजेपी ने एआईसीसी में पुलिस को भेजकर कांग्रेसियों के साथ मारपीट की। जब बीजेपी ने अपने आप को इस मुद्दे पर भी घिरते हुए देखा तो उन्होंने अग्निवीर का कार्ड खेल दिया। वहीं, इसी प्रकार बीजेपी सरकार ने एक और कार्ड खेलते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी को ईडी के माध्यम से समन भेज दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि हम विपक्ष की भूमिका में हैं और भाजपा की चालों को हम कभी कामयाब नहीं होने देंगे। कल ईडी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता फिर से एकजुट होकर प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
हरीश रावत ने भी साधा निशाना: ईडी की ओर से सोनिया गांधी को भेजे गए नोटिस पर हरीश रावत ने बीजेपी सरकार को लपेटा है. उन्होंने कहा है कि इस तथ्य को भी हम देश और दुनिया के सामने लाएंगे कि सत्ता में बैठे हुए लोग इन संस्थाओं का किस तरीके से दुरुपयोग कर रहे हैं।
हरीश रावत ने कहा कि हमारी पार्टी का पैसा, एसोसिएट जनरल हमारी अपनी कंपनी, हमारा अपना ऐतिहासिक न्यूज पेपर नेशनल हेराल्ड, कौमी आवाज और नवजीवक उसके बकाए का भुगतान, कर्मचारियों और पत्रकारों के बकाये का भुगतान करने के लिए पार्टी ने पैसा दिया और कानून के तहत एक कंपनी यंग इंडिया बनाई गई, नॉन प्रॉफिटिंग कंपनी है, कोई भी डायरेक्टर एक पैसे का मुनाफा नहीं ले सकता है।
यहां तक कि यदि कोई संपत्ति बेचता भी है तो उसका पैसा भी नॉन प्रॉफिटिंग कंपनी के पास ही जाएगा अर्थात न आफ डिविडेंड ले सकते हैं, न आप पैसा ले सकते हैं, न आप किसी प्रॉपर्टी को बेच सकते हैं। मगर भाजपा को कांग्रेस को बदनाम करना है, कांग्रेस के नेतृत्व को बदनाम करना है, जिस कंपनी में एक पैसे का भी लेन-देन नहीं हुआ है, एक पैसा भी न राहुल के पास आया है और न सोनिया गांधी के पास आया है, फिर मनी लॉन्ड्रिंग काहे की है?
मगर सारी भाजपा चीख-चीख यह सिद्ध करने में लगी है। कि नहीं, नियत खराब है। मतलब हम अपनी कंपनी को, अपने अखबार को बचा रहे हैं, हमारी नियत खराब है। क्योंकि नेशनल हेराल्ड को बचा रहे हैं जो नेशनल हेराल्ड, नेहरूवियन थॉट का ध्वजवाहक रहा है, जो आजादी का एक प्रकार से मुखपत्र रहा है। क्योंकि नेहरू का नाम जुड़ा हुआ है इसलिए हमारी नियत खराब है। क्योंकि भाजपा का लक्ष्य नेहरु का नाम मिटाना है।
हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के लोगों तुम 10 जन्म भी ले लोगे, नेहरू का नाम भारत के साथ इस प्रकार से जुड़ा हुआ है कि तुम खुरज खुरज करके मर जाओगे, लेकिन नेहरू का नाम आप देश की स्मृति और देशवासियों की स्मृति पटल से नहीं मिटा सकते हो। इसलिए पार्टी ने तय किया है कि हम ईडी के दुरुपयोग और गलत तरीके से सोनिया को बुलाने के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे, दिल्ली में भी करेंगे कल, मैं दिल्ली जा रहा हूं प्रदर्शन में भाग लेने और हर राज्य की राजधानी में भी।
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Source : IANS