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अधीर रंजन ही होंगे लोकसभा में विपक्ष के नेता, जानें कांग्रेस में किस नेता को क्या मिली जिम्मेदारी

सोनिया गांधी ने कहा है कि अधीर रंजन चौधरी को एक बार फिर लोकसभा में पार्टी का नेता बनाया है. वहीं गौरव गोगोई को उनका डिप्टी नियुक्त किया है.

Updated on: 18 Jul 2021, 01:53 PM

highlights

  • राज्यसभा में पार्टी नेता होंगे मल्लिकार्जुन खड़गे 
  • लोकसभा में अधीर रंजन होंगे पार्टी नेता
  • मनीष तिवारी और शशि थरूर को भी मिली जगह

नई दिल्ली:

संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है. इससे पहले कांग्रेस की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी दोनों सदनों के लिए पार्टी के नेताओं की जिम्मेदारी तय की है. नेताओं के वरिष्ठता का क्रम बरकरार रखा है. अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में फिर से पार्टी के नेता की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं गौरव गोगोई को उनका डिप्टी नियुक्त किया है. कांग्रेस ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. आदेश के मुताबिक कांग्रेस में  के. सुरेश चीफ व्हिफ होंगे और रवनीत सिंह बिट्टू और मनिकम टैगोर लोकसभा में पार्टी के व्हिप होगे. इतना ही पार्टी के दो अन्य वरिष्ठ नेता शशि थरूर और मनीष तिवारी को भी इस ग्रुप में शामिल किया गया है.

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राज्यसभा में खड़गे को मिली जिम्मेदारी
राज्यसभा में पार्टी नेता की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को दी गई है. वहीं आनंद शर्मा को उनका डिप्टी नियुक्त किया गया है. सोनिया गांधी ने पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गई है. अम्बिका सोनी, पी चिदंबरम, दिग्विजय सिंह और केसी वेणुगोपाल के साथ जयराम रमेश को राज्य सभा में चीफ व्हिप बनाया है. सोनिया गांधी के जारी किए गए निर्देश में कहा गया है कि मैंने सीपीपी के अध्यक्ष के रूप में संसद के दोनों सदनों में हमारी पार्टी के प्रभावी कामकाज को सुविधाजनक बनाने और सुनिश्चित करने के लिए समूहों का पुनर्गठन करने का फैसला किया है. 

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मल्लिकार्जुन खड़गे का बढ़ा कद 
कांग्रेस में  मल्लिकार्जुन खड़गे का कद और बढ़ाया गया है. संसद से संबंधित मुद्दों पर अगर जरूरत पड़ती है तो इन सभी ग्रुप्स की संयुक्त बैठकें भी बुलाई जा सकती हैं. राज्य सभा के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इन संयुक्त बैठकों के कॉर्डिनेटर होंगे. कांग्रेस ने मानसून सत्र शुरू होने से पहले नेताओं को अहम जिम्मेदारियों दे दी है. कांग्रेस इस सत्र में केंद्र सरकार को किसान आंदोलन, निजीकरण, कोरोना महामारी और राजद्रोह कानूनों की वैधता जैसे मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रही है.