कांग्रेस कार्य समिति ने रविवार को हाल के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर पांच घंटे से अधिक लंबी चर्चा की। बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी भूमिका से पीछे हटने की पेशकश की, लेकिन पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले पदाधिकारियों ने उनका प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया।
सूत्रों ने कहा कि सोनिया ने संकेत दिया कि अगर सीडब्ल्यूसी चाहे तो वह पीछे हट सकती है, लेकिन सीडब्ल्यूसी ने उनकी इस बात का समर्थन नहीं किया।
सीडब्ल्यूसी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और हर एक सदस्य ने कहा कि उन्हें संगठनात्मक चुनावों तक पद पर बनी रहना चाहिए।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, सीडब्ल्यूसी की बैठक में जो विचार-विमर्श हुआ, उसे खुले तौर पर बताया नहीं जा सकता। कई लोगों ने अपनी बात रखी, लेकिन सीडब्ल्यूसी का बयान बैठक का अंतिम निष्कर्ष है।
उन्होंने कहा कि चर्चा पार्टी की मजबूती पर केंद्रित रही और जल्द ही एक मंथन सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
पार्टी महासचिव, संगठन के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि सभी राज्य प्रभारियों ने सीडब्ल्यूसी को परिणामों के बारे में सूचित किया और सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने परिणामों का विश्लेषण किया।
पार्टी ने चुनाव परिणामों को स्वीकार किया और सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही भाजपा से लड़ने का संकल्प लिया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS