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सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे
देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे एक बार फिर आंदोलन की शुरुआत करेंगे. इस बार अन्ना का आंदोलन केंद्र राजधानी दिल्ली नहीं बल्कि उनके गांव रालेगण सिद्धि से होगा. अन्ना 30 जनवरी से अपने गांव रालेगण सिद्धि में भूख-हड़ताल पर बैठेंगे. अन्ना हजारे से कहा , 'कल मैं सुबह दस बजे मेरे गांव रालेगण सिद्धि में अनशन पर बैठ रहा हूं. ये मेरा अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष पार्टी के विरुद्ध में नहीं है. समाज और देश के भलाई के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, उसी प्रकार का यह आंदोलन है.' उन्होंने कहा कि समाज और देश के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, उसी प्रकार का यह आंदोलन है.
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'लोकपाल कानून बनकर 5 साल हो गये और नरेंद्र मोदी सरकार पांच साल बाद, बार-बार बहानेबाज़ी करती है. उन्होंने आगे कहा कि ये नरेंद्र मोदी सरकार के दिल में अगर होता तो क्या पांच साल लगना ज़रूरी था.'
Social Activist Anna Hazare : Lokpal kanoon bankar 5 saal hogaye aur Narendra Modi sarkar 5 saal baad, baar baar bahanebaazi karti hai. Ye Narendra Modi sarkar ke dil mein agar hota toh kya 5 saal lagna zaruri tha? #Maharashtrahttps://t.co/l8qd7wbgmm
— ANI (@ANI) January 29, 2019
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बता दें कि लोकपाल विधेयक राज्यसभा में 17 दिसंबर, 2013 में पारित हुआ था और लोकसभा में इसे 18 दिसंबर, 2013 को पारित कर दिया गया था. राष्ट्रपति ने 1 जनवरी, 2014 को लोकपाल और लोकायुक्त कानून पर अपनी मुहर लगा दी थी. 2011-12 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली के रामलीला में आंदोलन हुआ था जिसमें जनसैलाब उमड़ा था.
Source : News Nation Bureau