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Cabinet Expansion: स्मृति ईरानी से कपड़ा मंत्रालय छिना तो गोयल से रेलवे

मोदी सरकार 2.0 के कार्यकाल का लगभग आधा समय बीतने वाला है. इस बीच मोदी कैबिनेट का पहली बार विस्तारण किया गया है. बुधवार की शाम को मोदी कैबिनेट का विस्तार कर दिया गया.

Updated on: 07 Jul 2021, 11:26 PM

highlights

  • मोदी कैबिनेट में दिखा बड़ा फेरबदल
  • ईरानी का कपड़ा मंत्रालय गोयल देखेंगे
  • नई कैबिनेट में गोयल से छिना रेल मंत्रालय 

नई दिल्ली:

मोदी सरकार 2.0 के कार्यकाल का लगभग आधा समय बीतने वाला है. इस बीच मोदी कैबिनेट का पहली बार विस्तारण किया गया है. बुधवार की शाम को मोदी कैबिनेट का विस्तार कर दिया गया. इस मंत्रिमंडल में 43 मंत्रियों ने शपथ ली है. कई बड़े चेहरों को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है तो वहीं कई नये चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. वहीं कई मंत्रियों को प्रमोशन मिला है तो कई का डिमोशन भी हुआ है. केंद्रीय स्मृति ईरानी के पास अब सिर्फ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय रह गया है. कपड़ा मंत्रालय का प्रभार उनसे वापस ले लिया गया है. 

वहीं रेलमंत्री पीयूष गोयल से रेलमंत्रालय वापस ले लिया गया है. अब उन्हें कपड़ा मंत्रालय के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भी संभालना होगा. आपको बता दें कि मोदी कैबिनेट के कई बड़े मंत्रियों के इस्तीफे के बीच ये भी एक बड़ा फेरबदल माना जा रहा है. इससे पहले मोदी कैबिनेट के दिग्गज मंत्रियों ने बारी-बारी से करके इस्तीफा दिया. वहीं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद और पर्यावरण और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट विस्तारण से कुछ ही समय पहले इस्तीफा दिया था.

स्मृति ईरानी से कपड़ा मंत्रालय पीयूष गोयल के पास पहुंचा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना महामारी के समय से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय पर काफी जोर देने की बात कर रहे थे. ऐसे में स्मृति ईरानी को अब सिर्फ एक ही मंत्रालय संभालना होगा. वहीं ईरानी के एक मंत्रालय की जिम्मेदारी लेने के बाद कपड़ा मंत्रालय का कार्यभार पीयूष गोयल को सौंप दिया गया. पीयूष गोयल अब कपड़ा मंत्रालय के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भी संभालेंगे. आपको बता दें कि पीयूष गोयल इसके पहले केंद्रीय रेल मंत्री के पद पर काम कर रहे थे.

मंत्रालयों में दिखा बड़ा फेरबदल
पीएम मोदी के इस नए कैबिनेट में कई अहम बदलाव दिखाई दिए. इस नई कैबिनेट में कई नए चेहरों को जगह दी गई है तो वहीं कई वरिष्ठ मंत्रियों को बाहर का रास्ता भी दिखा दिया गया. रविशंकर प्रसाद से लेकर प्रकाश जावड़ेकर तक कई ऐसे अनुभवी मंत्री रहे हैं, जिन्हें इस कैबिनेट में जगह नहीं मिली है. वहीं स्मृति और पीयूष को कैबिनेट में रखा जरूर गया है, लेकिन उनके मंत्रालय में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है.