केंद्रीय मंत्री महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि डिजिटल साक्षरता को समर्पित साक्षरता अभियान (पीएम-दिशा) कार्यक्रम के तहत देश में करीब 20 मिलियन महिलाओं को डिजिटल रूप से साक्षर प्रमाणित किया गया है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को कंप्यूटर या डिजिटल उपकरणों (टैबलेट, स्मार्ट फोन आदि) का उपयोग करने, ईमेल का इस्तेमाल, इंटरनेट पर सर्च करने, सरकारी सेवाएं प्राप्त करने और डिजिटिल भुगतान आदि का प्रशिक्षण देना है।
उन्होंने भारत की विदेश नीति एवं भू-आर्थिक सम्मेलन, रायसीना डायलॉग के एक परिचर्चा सत्र में कहा कि भारत में डिजिटल माध्यम से काफी कुछ किया जा रहा है।
स्मृति इरानी ने कहा, हमारे पास 66 लाख महिलाएं हैं, जो कोविड-19 महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर हैं, चाहे वो डॉक्टर, नर्स, आशा कार्यकर्ता या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हों।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में पिछले दो वर्षों में 45 करोड़ महिलाएं पहुंची, जबकि कैंसर या इससे संबद्ध रोगों की जांच कराने वाली महिलाओं की संख्या सात करोड़ है।
उन्होंने कहा, यदि आपके पास एक ऐसी सरकार है जो यह सुनिश्चित करती है कि उनकी जरूरतों को वित्तीय सहयोग मिलेगा, वे इन सेवाओं को प्राप्त करने से पीछे नहीं हटेंगी।
वहीं लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने में पुरूष और महिला नेता की भूमिका के बारे में ईरानी ने कहा, एक पुरूष नेता आपको उस मुकाम पर ले जाएंगे, जहां आप होना चाहते हैं। वहीं, एक महिला नेता आपको उस मुकाम पर ले जाएंगी, जहां लैंगिक न्याय महिलाओं को अपने देश का सांस्कृतिक, वित्तीय विकास करने में समान रूप से भागीदार बनाएगा।
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Source : IANS