दिल्ली में कदम रखते ही आंखों की जलन और गले की खराश ने ज्यादा देर बाहर खड़े रहना ही मुश्किल कर दिया है। बाहर निकलने के लिए या तो आपको मास्क का सहारा लेना पड़ेगा या फिर आप अपनी सेहत के साथ खिलवाड़। ये जहरीली धुंध इतनी गहरी है कि मीटर में मापी जाने वाली दूरी के लिए मीलों का जितना समय लग रहा है।
यूएस एंनवारमेंटल प्रोटेक्शन एंजेसी के अनुसार दिल्ली के कुछ हिस्सों में स्मोग का स्तर सामान्य से पांच गुना ज्यादा है। दिल्ली स्थित यूएस एंबेसी के द्वारा लिए गए एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार सोमवार को यह 999 से शुरू होकर 500 जैसे खतरनाक स्तर पर आकर रूका।
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वर्ल्ड एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली की तुलना में चीन के सबसे प्रदूषित शहर बोडिंग 298 स्तर पर है। बीजिंग 30वें नंबर पर है जबकि भारत का दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर चंद्रपुर का स्तर 824 रिकार्ड किया गया है।
इस साल की शुरूआत में आई एक रिसर्च के अनुसार विश्व के शहरी इलाकों में रहनों वालों के आसपास एयर क्वालिटी का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन्स से 80 फीसदी आगे है।
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इस जहरीले स्मोग से बचन के लिए दिल्ली में एंटी पॉल्यूशन मास्क का बाजार बढ़ गया है। इसकी खरीद में लोगों की लाइन इतनी लंबी बढती जा रही है कि सप्लाई कम पड़ गई है।
मानसून विभाग के अनुसार इस धुंध के छंटने और साफ होने में तकरीबन एक सप्ताह का समय और लग जाएगा। हालांकि इसके प्रकोप से बचने के लिए सरकार से लेकर व्यक्तिगत स्तर पर प्रय़ास काफी काफीतेज़ किये जा रहे हैं।
Source : News Nation Bureau