लोकसभा चुनाव के बाद बनेगा महागठबंधन, सीताराम येचुरी ने दिया इशारा

सीताराम येचुरी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री कैंडिडेट बनाने पर कहा कि हर इंसान का अपना मत होता है. हम लोग अपने देश के इतिहास से बहुत कुछ सीखे हैं.

सीताराम येचुरी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री कैंडिडेट बनाने पर कहा कि हर इंसान का अपना मत होता है. हम लोग अपने देश के इतिहास से बहुत कुछ सीखे हैं.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
लोकसभा चुनाव के बाद बनेगा महागठबंधन, सीताराम येचुरी ने दिया इशारा

sitaram yechury (File photo)

लोकसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए महागठबंधन अस्तित्व में आएगा और कौन उसका नेतृत्व कौन करेंगे इसपर संशय बरकरार है. हालांकि रविवार को चेन्नई में डीएमके के पूर्व अध्यक्ष करुणानिधि के मूर्ति अनावरण के मौके पर महागठबंधन की पहली झलक आई. इतना ही नहीं डीएमके अध्यक्ष स्टालिन ने तमिलनाडु की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश भी कर दिया. लेकिन इससे गठबंधन में शामिल होने वाली पार्टियां कितना इत्तेफाक इसका जवाब सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने दिया है.

Advertisment

सीताराम येचुरी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री कैंडिडेट बनाने पर कहा कि हर इंसान की अपनी राय होती है. हम लोगों ने अपने देश के इतिहास से बहुत कुछ सीखा है. केंद्र में वैकल्पिक सरकार बनाने वाला गठबंधन केवल चुनाव के बाद ही सामने आता है. 

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को चुनाव में शिकस्त देने के लिए विपक्ष एकजुट है और चुनाव के बाद गैर-भाजपा मोर्चा बनेगा.

उन्होंने जोर देकर कहा कि यह जरूरी नहीं है कि विपक्ष को अपने गठबंधन के नेता का एलान करना चाहिए या लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को औपचारिक रूप प्रदान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता में असंतोष है, जो अब परिवर्तन चाहती है.

येचुरी ने कहा, 'विधानसभा चुनाव के नतीजे से जाहिर है कि जनता में असंतोष है. यह असंतोष अगले लोकसभा चुनाव तक समाप्त नहीं होने वाला है. लोग सरकार बदलने के लिए वोट करेंगे. हमारी रणनीति होगी कि प्रभावशाली क्षेत्रीय ताकतों के साथ समन्वय से बीजेपी के विरोध में ज्यादा से ज्यादा वोट बटोरा जाए.'

इसे भी पढ़ें : मध्‍य प्रदेश के 18वें CM बने कमलनाथ, किसानों की कर्जमाफी वाली फाइल पर साइन किया

इसके साथ ही समाजवादी पार्टी, बीएसपी, तृणमूल और एनसीपी भी स्टालिन की घोषणा से सहमत दिखाई नहीं दे रहे हैं. कुछ दिन पहले फारुख अब्‍दुल्‍ला जैसे नेताओं की ओर से कहा गया था कि महागठबंधन में कोई एक चेहरा नहीं है. हम अपना चेहरा चुनावों के बाद तय कर लेंगे.

(IANS इनपुट के साथ)

Source : News Nation Bureau

BJP rahul gandhi Mahagathabandhan grand alliance MK Stalin Sitaram Yechury loksabha election 2019
Advertisment