माकपा महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने देश में कोरोना संकट (Coronavirus) से उत्पन्न हालात से निपटने में मोदी सरकार पर दोषपूर्ण रणनीति अपनाने का आरोप लगाते हुये रविवार को कहा कि सत्ता संचालन के प्रधानमंत्री के रवैये के कारण इस सरकार में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति बिल्कुल भी जवाबदेही नहीं है.
येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखकर कहा है देश में राजनीतिक कार्यपालिका अपने गलत फैसलों के कारण स्वयं को अक्षम साबित कर रही है. येचुरी ने पत्र में मोदी को कोरोना वायरस से निपटने के लिये जरूरी कारगर उपायों को अपनाने का भी सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि देश में महज चार घंटे की पूर्व सूचना पर हड़बड़ी में घोषित किये गये 40 दिन का लॉकडाउन अंतिम सप्ताह में प्रवेश कर रहा है.
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येचुरी ने कहा कि लोगों को और राज्य सरकारों को आपाधापी में घोषित किये गये लॉकडाउन के कारण उपजी अवश्यंभावी गंभीर परिस्थितियों का सामना करने की तैयारी करने का भी मौका नहीं मिला. उन्होंने इस वजह से पूरे देश में प्रवासी मजदूरों के संकटग्रस्त होने का उल्लेख करते हुये कहा कि देश में विभिन्न स्थानों पर फंसे मजदूर न सिर्फ आजीविका और आश्रय के संकट में घिर गये बल्कि इससे संक्रमण रोकने के लिये घोषित लॉकडाउन का एक जरूरी मकसद भी अधूरा रह गया.
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माकपा नेता ने प्रधानमंत्री पर मीडिया का सामना करने से बचने का आरोप लगाते हुये कहा कि लॉकडाउन के दौरान तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने मीडिया के माध्यम से अपने नागरिकों की चिंताओं और समस्याओं को सुना लेकिन मोदी, ऐसा करने से लगातार बचते रहे.
Source : Bhasha