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फिर नीतीश के 'दरवाजे' पर पहुंची आरजेडी, रघुवंश प्रसाद के इस बयान से बिहार की सियासत में खलबली

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार को बार फिर से अपने साथ शामिल होने का न्योता दिया है.

Updated on: 03 Jun 2019, 07:59 PM

highlights

  • बिहार में बदल सकते हैं सियासी समीकरण
  • रघुवंश प्रसाद के बयान से बिहार की सियासत गर्म
  • मनोज झा ने भी रघुवंश प्रसाद के बयान का समर्थन किया

 

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सोमवार को यहां सभी दलों से अपील की कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को पछाड़ने के लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए. राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नीति कहती है कि BJP को पछाड़ने के लिए सभी को एकसाथ आना चाहिए. पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में बिना नीतीश कुमार का नाम लिए कहा, "नीति यही कहती है कि भाजपा को पछाड़ने के लिए सभी को एकसाथ आना चाहिए. इसमें कहीं छंटाउं और चुनने-बिनने की बात नहीं होनी चाहिए." राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के उस बयान 'नीतीश के महागठबंधन में सभी रास्ते बंद' की याद दिलाने पर सिंह ने अपने अंदाज में कहा, "कहीं कोई लिखकर दिया है. यह समय की बात है." 


नीतीश कुमार का नाम लेने पर उन्होंने कहा कि सभी साथ आएं, मतलब सभी साथ आएं. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में सांकेतिक रूप से शामिल होने के प्रस्ताव के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला जनता दल (युनाइटेड) प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुआ है. ऐसे में यह कयास लगाया जाने लगा है कि नीतीश कुमार भाजपा का साथ छोड़ सकते हैं. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजग में किसी भी तरह की नाराजगी से इंकार किया है. लेकिन रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से आयोजित 'दावत-ए-इफ्तार' में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शामिल हुए थे, और सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर से आयोजित 'दावत-ए-इफ्तार' में मुख्यमंत्री नीतीश शामिल होने वाले हैं. इस इफ्तार पार्टी में राजद और अन्य दलों के नेता भी शामिल हो सकते हैं.

शपथ ग्रहण के समय से बदली स्थिति

आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में हिस्सा नहीं लेने के बाद से ही बीजेपी और जेडीयू में कुछ दरार सी दिखाई देने लगी थी लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम एनडीए के साथ बने रहेंगे. उसके दो दिन बाद जब बिहार सरकार ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया तो 8 नेताओं को मंत्रिमंडल में शपथ दिलाई इसमें खास बात ये रही कि इस मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश ने एक भी बीजेपी नेता को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया है. जिसके बाद से लगातार ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अब शायद जेडीयू एनडीए से बाहर न हो जाए.

इस बात पर सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद ने और भी पुख्ता मुहर लगा दी जब उन्होंने हमारे सहयोगी चैनल न्यूज नेशन से बातचीत में बताया कि वो नीतीश कुमार को आरजेडी के साथ मिलकर एक होने का न्योता देने की बात बताई. रघुबंश प्रसाद के इस बयान से बिहार की सियासत गर्म हो गई है जिससे बिहार में राजनैतिक समीकरण बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं.

आपको बता दें कि राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार को बार फिर से अपने साथ शामिल होने का न्योता दिया है.  न्यूज़ नेशन से बातचीत में उन्होंने बताया कि तमाम छोटे छोटे दलों को एक होकर एक पार्टी बना लेनी चाहिए, यही वक़्त की मांग है. एक विशाल हाथी को हराने करने को चाहिए ज्यादा से ज्यादा ताकत की जरूरत होती है. हमें अभी भी नीतीश कुमार से कोई परहेज नहीं है. उन्होंने कहा कि यह पहले भी तो हुआ था.

मनोज झा ने भी की पहल

वहीं  रघुवंश प्रसाद के इस बयान पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी सांकेतिक भाषा में समर्थन किया है. झा ने कहा कि रघुवंश बाबू ने जो कहा है, वो वैचारिक आधार पर कहा है, जिस विचार का जिक्र 2014 और 2015 में आरजेडी प्रमुख लालू जी किया करते थे. उन्होंने आरजेडी-जेडीयू के साथ आने की संभावना पर कहा कि मैं उस संभावना से इनकार नहीं कर रहा हूं, लेकिन हमारी प्राथमिकता है अपने दल को सुदृढ़ करना. आरजेडी सांसद ने कहा कि सांकेतिक हिस्सेदारी की बात हमने पहली बार सुनी है. हिस्सेदारी या तो होती है या नहीं होती है. 

सांकेतिक हिस्सेदारी नाम की चीज नहीं होती. यह हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए चिंता की बात है. मनोज झा ने कहा कि नीतीश ने बिहार में जाकर एक संदेश दे दिया है. हालांकि हमारा इससे कोई लेना देना नहीं है, लेकिन हम दूर खड़े होकर सामाजिक विस्तरीकरण पर जोर दे रहे हैं. पार्टी को मजबूत करने की हमारी कोशिश है.