logo-image

सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने कश्मीर को बताया अलग देश, विपक्ष ने बताया शहीदों का अपमान

मलविंदर सिंह माली ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. सीएम अमरिंदर सिंह पर सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप लगाने के बाद अब उन्होंने दावा किया है कि कश्मीर एक अलग देश था, भारत और पाकिस्तान ने उस पर अवैध कब्जा किया था.

Updated on: 19 Aug 2021, 09:01 AM

highlights

  • अकाली नेता बोले- राहुल गांधी क्या एक्शन लेंगे बताएं
  • विपक्ष ने साधा निशाना, कार्रवाई की मांग
  • मलविंदर सिंह माली ने ट्वीट कर दिया विवादित बयान

चंडीगढ़:

पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. उन्होंने दावा किया कि कश्मीर अलग देश था. भारत और पाकिस्तान ने उस पर कब्जा कर लिाया है. उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया कि कश्मीर, कश्मीर के लोगों का है. इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर तनाव फैलाने का आरोप लगाया था. माली के ताजा बयान के बाद विपक्ष ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने माली के इस बयान को शहीदों के परिवारों का अपमान बताया है. 

यह भी पढ़ेंः बिना वैक्सीन 76 फीसद और लेने के बाद हुई सिर्फ 0.3 फीसद की मौत, स्टडी में खुलासा 

मजीठिया ने कहा कि इस मामले में राहुल गांधी को सामने आना चाहिए. उन्हें इस पर अपनी राय बतानी चाहिए. अगर वह भी ऐसा मानते हैं तो कांग्रेस का असली चेहरा लोगों के सामने आ जाएगा. अगर ऐसा नहीं मानते हैं तो सिद्धू के खिलाफ क्या एक्शन लेंगे वह बताएं. उन्होंने कहा कि एक तरफ अमरिंदर सिंह पाकिस्तान पर पंजाब में अशांति फैलाने का आरोप लगाते हैं, वहीं दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के आर्मी चीफ के गले लगते दिखाई देते हैं. मजीठिया ने कहा कि पाकिस्तान और कांग्रेस के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए.  

यह भी पढ़ेंः बच्चों के लिए Corona Vaccine अगले महीने, ट्रायल अंतिम चरण में

सिद्धू ने नहीं दी प्रतिक्रिया
माली के बयान के बाद सिद्धू की इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. दूसरी तरफ पंजाब सरकार के प्रवक्ता और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के करीबी राजकुमार वरका ने माली को नफरत ना फैलाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि कश्मीर का मुद्दा संवेदनशील है. किसी को भी इस मामले में ऐसे कमेंट से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों अपने बयानों में मर्यादा रखनी चाहिए. इससे पहले माली ने मुख्यमंत्री अमरिंदर पर भी पंजाब में तनाव फैलाने का आरोप लगाया था. जब उनके इस बयान को एमरिंदर ने आड़े हाथों लेते हुए उन्हें चुप रहने की सलाह दी थी.