अमर्त्य सेन,नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री
'यह अद्भुत है कि मौजूदा समय में वो बड़े मुद्दे जो पूरे विश्व में छाए हैं भारत में कहीं दिखाई नहीं दे रही है जबकि आम चुनाव में कुछ ही समय शेष है. राम मंदिर बनेगा कि नहीं या रजस्वला महिलाएं मंदिर में प्रवेश कर सकती है, क्या यह मुद्दा चर्चा के केंद्र में होना चाहिए?' यह कहना है नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का. वहीं फ़िल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का समर्थन करते हुए अमर्त्य सेन ने रविवार को कहा कि उन्हें 'परेशान' करने के प्रयास किए जा रहे हैं.'
Economist Amartya Sen: It’s amazing that when you've Indian general elections, some things that would have been major issues elsewhere in the world aren't anywhere in the picture.Whether to build #RamMandir or if menstruating women can enter a temple,should it be a central issue? pic.twitter.com/ij0FvTebLC
— ANI (@ANI) January 7, 2019
बता दें कि देश में भीड़ हिंसा पर प्रतिक्रिया देने और गैर सरकारी संगठनों पर सरकार द्वारा की जा रही कथित कार्रवाई के खिलाफ एमनेस्टी इंडिया के लिए एक वीडियो में आने की वजह से शाह विवादों में आ गए हैं. वीडियो में शाह ने शुक्रवार को कहा कि जो अधिकारों की मांग कर रहे हैं, उन्हें कैद किया जा रहा है.
सेन ने कहा, 'हमें अभिनेता को परेशान करने के इस तरह के प्रयासों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. देश में जो कुछ हो रहा है, वह आपत्तिजनक है और इसे जरूर रोका जाना चाहिए.'