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आदित्यनाथ के लिये मठ चलाने जितना आसान नहीं होगा राज्य चलाना: शिवसेना

शिवसेना ने यूपी के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का प्रशासन चलाना उतना आसान नहीं होगा जितना कि मठ चलाना।

Updated on: 22 Mar 2017, 06:57 AM

नई दिल्ली:

शिवसेना ने यूपी के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का प्रशासन चलाना उतना आसान नहीं होगा जितना कि मठ चलाना।

शिवसेना ने योगी आदित्यनाथ को नसीहत भी दी कि 'धार्मिक कर्तव्यों' के पालन से अधिक सुशासन की तरफ ध्यान देना होगा।

पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में लिखे संपादकीय में उत्तर प्रदेश में दो उप-मुख्यमंत्रियों की नियुक्ति के मुद्दे पर भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। इसमें कहा गया है कि दो उप मुख्यमंत्री की नियुक्ति का साफ अर्थ है कि आदित्यनाथ को धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने के लिए स्वतंत्र रखा जाएगा।

संपादकीय में लिखा, 'उत्तर प्रदेश में दो उप-मुख्यमंत्रियों की नियुक्ति की गई है, जबकि महाराष्ट्र के लिए भाजपा ने कहा था कि उप-मुख्यमंत्री की नियुक्ति उनकी नीति के विपरीत है। जम्मू-कश्मीर में उप-मुख्यमंत्री का पद पाने के लिए वे पीडीपी की महबूबा मुफ्ती के साथ मिल गए।'

बीजेपी ने शिवसेना को महाराष्ट्र सरकार के गठन के समय उप-मुख्यमंत्री का पद देने से इनकार कर दिया था। हालांकि शिवसेना ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने से राम मंदिर निर्माण को लेकर कदम उठाए जा सकते हैं। संपादकीय में कहा गया है कि लोगों के लिये रोजगार उपलब्ध कराना भी अहम होगा।

बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा को राज्य का उप-मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है।