मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, वहीं राष्ट्रीय उद्यानों व अभयारण्यों प्रभावितों के परिवारों को दिया जाने वाला मुआवजा 10 लाख से 15 लाख प्रति परिवार कर दिया गया है।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय किए जाने के प्रस्तावित संशोधन विधेयक के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।
ज्ञात हो कि इन दिनों राज्य की सियासत में आदिवासी बड़ा मुद्दा बना हुआ है। जनजातीय वर्ग के जननायकों के नाम पर अनेक स्थानों के नामकरण किए जा रहे हैं। इसी क्रम में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नामकरण किया गया है। इससे पहले भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के पर नाम किया गया, बिरसा मुंडा के जन्म दिन को गौरव दिवस के रुप में मनाया गया। इसके अलावा इंदौर में टंट्या भील की याद में भव्य कार्यक्रम हुआ।
इसी तरह मंत्रि-परिषद की बैठक में राष्ट्रीय उद्यानों व अभयारण्यों (संरक्षित क्षेत्रों) एवं टाईगर रिजर्व के कॉरिडोर से ग्रामों के पुनर्वास का मुआवजा प्रति परिवार 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रुपए करने को मंजूरी दे दी गयी।
मंत्रि-परिषद ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, ग्वालियर को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिये ग्राम लोहारपुर में स्थित 57.952 हेक्टेयर शासकीय भूमि एक रुपया वार्षिक भू-भाटक पर आवंटन करने का निर्णय लिया है।
इसी तरह मंत्रि-परिषद ने लोक सेवा प्रबंधन विभाग के अंतर्गत अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान की सांगठनिक संरचना में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी की नियुक्ति की सेवा शर्तों के संबंध में संशोधित आदेश को मंजूरी दे दी।
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Source : IANS