शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति पद का उम्मीद्वार बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने केंद्र सरकार के दोहरे रवैए पर सवाल खड़े करते हुए कहा, 'जब बीजेपी आरएसएस के कर्यकर्ताओं को राज्यपाल बना सकती है तो भागवत को राष्ट्रपति क्यों नहीं।'
मुंबई में एक कार्यक्रम को दौरान उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से चर्चा में बीजेपी के राष्ट्रपति पद के लिए भागवत का नाम आगे करने की कथित अनिच्छा पर सवाए उठाए। उन्होंने कहा कि पार्टी आरएसएस के लोगों को राज्यपाल बना सकती है तो भागवत के नाम पर भी गौर किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनकी पूरी इच्छा है कि भागवत का नाम राष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ाया जाना चाहिए। ठाकरे ने कहा कि हिंदू राष्ट्र के संकल्प के लिए वह सबसे योग्य उम्मीद्वार हैं।
और पढ़ें: नक्सलबाड़ी में ममता को अमित शाह की चुनौती, बोले TMC की हिंसा के कीचड़ में खिलेगा कमल
वहीं उद्धव ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को समर्थन देने के सवाल पर कहा कि इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत नहीं हुई है इसलिए कुछ भी कहा जाना मुश्किल है। उद्धव ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवार को अपना गुरु कहा था और उन्हें पद्म विभूषण से भी नवाजा गया है। इसलिए किसके मन में क्या है यह नहीं कह सकते।'
और पढ़ें: किसानों के मुद्दों पर पूरे तमिलनाडु में बंद, डीएमके नेता स्टालिन गिरफ्तार
Source : News Nation Bureau