शिवसेना ने गुरुवार को तीन तलाक (triple talaq) विधेयक का स्वागत किया लेकिन इसके साथ ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उसके मूल विचारधारा के मुद्दे की याद दिलाते हुए सरकार से इसी तर्ज पर अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए विधेयक लाने के लिए कहा. मुस्लिम महिला (विवाह के अधिकारों पर संरक्षण) 2018 विधेयक की चर्चा में भाग लेते हुए शिवसेना के अरविंद सावंत ने अनुच्छेद 370 और समान नागरिक संहिता के निराकरण की मांग की.
उन्होंने कहा कि सरकार को देश से किए अन्य वादे भी याद रखने चाहिए. उन्होंने कहा, "इस तीन तलाक (triple talaq) विधेयक में निवारक उपाय और दंडात्मक प्रावधान भी हैं. हम इसका स्वागत करते हैं." उन्होंने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय कह सकती है कि राम मंदिर का निर्माण शीर्ष मुद्दा नहीं है, लेकिन हम चुप नहीं रह सकते. देश राममंदिर के निर्माण का इंतजार कर रहा है. इसमें देरी न करें. तत्काल इसके लिए कानून लाएं. हम इसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं."
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उन्होंने कहा, "इसके अलावा, आपको अनुच्छेद 370 और समान नागरिक संहिता का निराकरण करना चाहिए. हम समर्थन करेंगे." तीनों मुद्दे भाजपा के मूल संकल्पों में शामिल हैं. इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए सदन के पटल पर रखा गया लेकिन, विपक्षी पार्टियों ने विस्तृत विचार-विमर्श के लिए इस प्रस्तावित विधेयक को प्रवर समिति (सेलेक्ट कमेटी) के पास भेजे जाने की मांग की.
Source : IANS