शिवसेना-NCP-कांग्रेस ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सरकार बनाने का दावा पेश किया है. इन दलों की ओर से राज्यपाल को समर्थन की चिट्ठी सौंपी गई है. राज्यपाल को सौंपी गई चिट्ठी में कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बाला साहेब थोराट के हस्ताक्षर हैं. वहीं एनसीपी और शिवसेना ने विधायक दल के नेता के हस्ताक्षर से राज्यपाल को चिट्ठी सौंपी है. इस चिट्ठी में यह भी स्पष्ट नहीं है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री किसे बनाया जाएगा. वहीं जब सोमवार को साढ़े 10 बजे सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र में सियासी उठापटक को लेकर सुनवाई शुरू होने वाली थी, शरद पवार के एक बयान ने सनसनी मचा दी. पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चौहान की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, एनसीपी ने शिवसेना से ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद मांगा था. ढाई-ढाई साल के सीएम पद को लेकर शिवसेना से एनसीपी के मतभेद थे.
इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था, बीजेपी शायद डिप्टी सीएम अजित पवार को ढाई सालों के लिए मुख्यमंत्री बना सकती है. संजय राउत ने ये भी बताया कि आज यानी सोमवार को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गर्वनर से मुलाकात करने भी जाएंगे. बताया जा रहा है कि तीनों दल आज राज्यपाल से मुलाकात कर बहुमत साबित करेंगे और विधायकों द्वारा साइन किया समर्थन पत्र भी सौपेंगे.
शरद पवार का बयान ऐसे समय में आया है, जब राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है. राज्य में देवेंद्र फडणवीस की सरकार बन चुकी है और एनसीपी नेता अजीत पवार डिप्टी सीएम बन चुके हैं. एनसीपी अजीत पवार को विधायक दल का नेता पद से हटा चुकी है और सारा मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होने ही वाली है. इस बीच शरद पवार के बयान के तमाम मायने निकाले जा रहे हैं.
इससे पहले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 4 मिसिंग विधायकों में से दो विधायक अनिल पाटिल औए दौलत दरोडा मुंबई लौट गए हैं. उन्हें गुरुग्राम के ओबेरॉय होटल में रखा गया था. NCP नेताओं का दावा है कि गुरुग्राम के होटल से निकलकर दो विधायक देर रात की फ्लाइट से मुंबई पहुंच गए हैं. एनसीपी नेताओं का यह भी दावा है कि राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा और राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दूहन की टीम विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल से निकालकर मुंबई ले गई. बताया जा रहा है कि इन विधायकों ने शरद पवार के नेतृत्व में भरोसा और एकनिष्ठा दिखाई है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो