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शिवसेना के दो तिहाई सांसदों की मांग-शिंदे के साथ सुलह कर लें उद्धव ठाकरे

बीजेपी के एक बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि शिवसेवा के एक दर्जन सांसद पाला पदलने को तैयार हैं. शिंदे गुट के साथ हैं. यही नहीं, जरूरत पड़ी तो वो शिवसेना छोड़ भी सकते हैं. और इस बीच सांसदों की तरफ से उद्धव ठाकरे को...

Updated on: 02 Jul 2022, 09:20 AM

highlights

  • शिवसेना के दो तिहाई सांसदों की मांग
  • एकनाथ शिंदे के साथ सुलह कर लें ठाकरे
  • बीजेपी बोली-12 सांसद टूटने को तैयार

मुंबई/नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक घमासान पड़ाव दर पड़ाव गंभीर होता ही जा रहा है. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद एकनाथ शिंदे ने भले ही शिवसेना-बीजेपी की महाराष्ट्र में सरकार बनवा ली हो, लेकिन उद्धव ठाकरे उन्हें माफी देने के मूड में नहीं दिखते. उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी से ही निकाल दिया है. इस बीच खबर आ रही है कि शिवसेना के 19 में से करीब दो तिहाई सांसद ये चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे अब शिंदे के साथ सुलह करें और साथ मिलकर कदम बढ़ाएं. 

इस बीच, बीजेपी के एक बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि शिवसेवा के एक दर्जन सांसद पाला पदलने को तैयार हैं. शिंदे गुट के साथ हैं. यही नहीं, जरूरत पड़ी तो वो शिवसेना छोड़ भी सकते हैं. और इस बीच सांसदों की तरफ से उद्धव ठाकरे को दी गई सलाह सामने आ गई है. बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकर ने शिवसेना के सभी सांसदों के साथ शुक्रवार की शाम जो बैठक की, उसी में करीब एक दर्जन सांसदों ने उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे के साथ सुलह करने के लिए कहा है. हालांकि बैठक में ठाकर ने क्या कहा, ये बात अभी पता नहीं चल पाई है. 

ये भी पढ़ें: उद्धव ने शिंदे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया, पद से हटाया

उद्धव की बैठक में शामिल नहीं हुए ये तीन सांसद

जानकारी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे की ओर से बुलाई गई बैठक में पार्टी के तीन सांसद शामिल नहीं हुए. इसमें से एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे भी हैं. इसके अलावा वरिष्ठ सांसद भावना गवली भी बैठक में नहीं पहुंची, तो ठाणे के सांसद राजन विचारे ने भी बैठक से दूरी बनाए रखी. बता दें कि मौजूदा समय में शिवसेना के पास 22 सांसद हैं. इसमें से 19 लोकसभा में हैं, तो 3 राज्यसभा में. 

भावना गवली और राजन विचारे का क्या है पक्ष?

भावना गवली पांच बार की सांसद हैं. वो यवतमाल संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं. हाल-फिलहाल वो ईडी की भी रडार पर हैं. वहीं, ठाणे से सांसद राजन विचारे एकनाथ शिंदे के करीबी माने जाते हैं. वो आनंद दिघे को अपना गुरु मानते हैं, जैसे शिंदे उन्हें अपना गुरु मानते हैं. इस बीच शिवसेना की तरफ से लोकसभा में पार्टी के नेता विनायक राउत ने कहा कि शिंदे गुट की बगावत का असर शिवसेना के संसदीय दल पर नहीं पड़ेगा. इसके साथ उस्मानाबाद से सांसद ओमराजे निंबालकर ने भी दोहराया कि वो उद्धव ठाकरे के साथ हैं.