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गलवान घाटी में झड़प संबंधी जानकारी सार्वजनिक नहीं करने पर शिवसेना ने जताई हैरानी

शिवसेना ने गलवान घाटी में झड़प संबंधी जानकारी सार्वजनिक नहीं किए जाने पर बृहस्पतिवार को हैरानी जताते हुए कहा कि चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में घुस आने की बात यदि सच है तो यह देश की सम्प्रभुता पर हमला है.

Updated on: 18 Jun 2020, 04:22 PM

मुंबई:

शिवसेना ने गलवान घाटी में झड़प संबंधी जानकारी सार्वजनिक नहीं किए जाने पर बृहस्पतिवार को हैरानी जताते हुए कहा कि चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में घुस आने की बात यदि सच है तो यह देश की सम्प्रभुता पर हमला है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय में कहा कि पिछले छह साल से यह दावा किया जा रहा है कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और मजबूत हुआ है.

भारत चीन के विदेश मंत्री की वार्ता

भारत चीन सीमारेखा पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने धोखे से भारतीय जवानों पर हमला किया, वहीं चीन अभी भी आगे का रास्ता बातचीत के जरिए रास्ता निकालने की सलाह दे रहा है. भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई इस खूनी झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहादत की खबर आ रही है जबकि चीन के भी 40 से अधिक जवानों के हताहत होने की खबर है.

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दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प के बाद बुधवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बातचीत हुई. इस बातचीत में चीन ने बातचीत के मौजूदा तंत्रों के इस्तेमाल पर जोर दिया और कहा कि मतभेदों को बातचीत के जरिए ही हल करना चाहिए.