जम्मू-कश्मीर हिंसा पर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए शिवसेना ने सोमवार को पूछा कि क्या 'भारत के पास सच में एक रक्षा मंत्री है?' सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की सहयोगी शिवसेना ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम लिए बिना उनपर 'एक बहुत कमजोर और अप्रभावी, चेहरा विहीन व्यक्तित्व, जोकि पद पर है और देश के लिए अहितकर है' कहकर हमला किया।
सेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना के संपादकीय में कहा, 'हमारे सेना के तीनों प्रमुख हमेशा सुनिश्चित करते हैं कि देश की सशस्त्र सेना किसी भी चुनौतियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहे। हमें सशस्त्र सेना की क्षमता पर पूरा विश्वास है- लेकिन नेतृत्व अयोग्य है।'
संपादकीय के अनुसार, 'नहीं तो, रमजान के पवित्र महीने में आतंकवादी बहादुर जवान औरंगजेब और मोहम्मद हनीफ की हत्या नहीं कर पाते।'
शिवसेना ने कहा, 'भारत के स्वराज को बर्बाद करने आए मुगल शासक की हमने हमेशा आलोचना की है, लेकिन हम जम्मू-कश्मीर के इस जवान औरंगजेब की सराहना करते हैं, जो शहीद हो गया।'
पार्टी ने मांग करते हुए कहा, 'औरंगजेब(हनीफ) की बहादुरी और बलिदान पूरे देश को लंबे समय तक प्रेरित करता रहेगा..सरकार को इस राष्ट्रवादी की शहादत को निश्चित ही सम्मानित करना चाहिए।'
संपादकीय के अनुसार, 'वह साहसी आतंक-रोधी योद्धा और सच्चा देशभक्त था..इसी वजह से आतंकवादियों का ध्यान उसकी ओर गया, जिसका ईद की छुट्टियों के लिए घर जाते वक्त पहले अपहरण किया गया और बाद में हत्या कर दी गई।'
सामना के अनुसार, 'उसकी हत्या करने से पहले आतंकवादियों ने एक वीडियो शूट किया, जिसमें औरंगजेब से पूछताछ की गई और प्रताड़ित किया गया, लेकिन सामने मौत को देखकर भी वह कभी डरा हुआ या भयभीत नहीं लगा और उसके बाद भी सरेंडर नहीं किया।'
संपादकीय के अनुसार, 'वह रमजान के महीने में देश के लिए शहीद हो गया, जो कि उसके बलिदान से और पवित्र हो गया।'
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इस्लाम के नाम पर घाटी में हिंसा को 'आश्चर्यजनक' बताते हुए शिवसेना ने कहा कि औरंगजेब जैसे कई अन्य मुस्लिम जवान देश के लिए शहीद हो रहे हैं।
सामना के अनुसार, 'न केवल मुस्लिम, बल्कि हिंदू भी उसपर हमेशा गर्व करेगा और उनकी शहादत की वजह से देश संगठित बना हुआ है।'
शिवसेना ने कहा, 'जो जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र में शासक औरंगजेब के नाम पर वोट मांगते हैं, उन्हें जवान औरंगजेब के शहीद होने के सम्मान में अपना सर झुकाना चाहिए और उनकी याद में विशेष नमाज अदा करना चाहिए।'
संपादकीय के अनुसार, 'हम उसकी शहादत को सलाम करते हैं। ऐसे औरंगजेब को सभी मुस्लिमों के घर में पैदा होना चाहिए। औरंगजेब की शहादत अमर है..।'
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Source : IANS