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आंदोलनरत किसान खा रहे पिज्जा, ले रहे फुट मसाजर का मजा, हाईटेक सुविधाओं का जमावड़ा

विरोध करने वाले किसानों के लिए नि: शुल्क पिज्जा, मालिश कुर्सियों, यह एक विरोध या पांच सितारा स्पा है? और इस सब का भुगतान कौन कर रहा है?

Updated on: 12 Dec 2020, 10:59 AM

नई दिल्ली:

कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की सुविधाओं पर सैफाली वैद्य ने तंज किया है. उन्होंने लिखा- विरोध करने वाले किसानों के लिए नि: शुल्क पिज्जा, मालिश कुर्सियों, यह एक विरोध या पांच सितारा स्पा है? और इस सब का भुगतान कौन कर रहा है?

दरअसल सिंघु बॉर्डर बंद होने की वजह से दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को पैदल चलना पड़त रहा है. वे इस लंगर में पूरियां खाते हैं और चाय पीकर ही आगे बढ़ते हैं. दो तीन किलोमीटर पैदल चलने की खीज और फर के बाद यहां की मेहमाननवाजी के बाद किसानों के प्रति मुसाफिरों के मन में संवेदना भर जाती होगी. आस-पास के बच्चों ने लंगर में काफी भीड़ लगा रखी थी, लिहाजा ये लोग एक बार में दो पूरी तरह से दे रहे थे. स्थानीय बच्चों के लिए यहां पिकनिक जैसा माहौल था.

आंदोलन वाली जगह पर एक कतार से शौच और स्नान के लिए शुरू किया गाड़ियों की लंबी कतार दिखाई दी. ये व्यवस्था दिल्ली सरकार की ओर से की गई है. इन गाड़ियों पर टंगा बैनर बड़ा आकर्षक है. इन पर लिखा है. "एक चुंबक, पंजाब से दिल्ली आए मेहमानों के लिए है." यहाँ मौजूद भीड़ के लिहाज से ये मुकम्मल व्यवस्थाजम है.