पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके बेटे, पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज पर 16 अरब पीकेआर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अभियोग शनिवार को फिर से विलंबित हो गया, जब प्रधानमंत्री ने सुनवाई से छूट देने के लिए एक आवेदन पेश किया।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने लाहौर की एक विशेष अदालत ने शहबाज और हमजा को उनके खिलाफ आरोप तय करने के लिए सुनवाई की अगली तारीख (14 मई) पर अपनी उपस्थिति होने के लिए निर्देश दिया था।
शनिवार को जब सुनवाई दोबारा शुरू हुई, तो उनके वकील मोहम्मद अमजद परवेज ने शहबाज की ओर से एक अर्जी दाखिल कर पेशी से छूट की मांग की।
आवेदन में कहा गया है कि शहबाज शुक्रवार को ब्रिटेन की अपनी यात्रा से लौटने वाले थे, लेकिन शनिवार को दोपहर 12.30 बजे से पहले उनके चिकित्सा सलाहकार के साथ नियुक्ति नहीं होने के कारण इसमें देरी हुई। डॉन ने सूचना दी।
इसमें कहा गया है कि शहबाज कैंसर से बचे हैं और पुरानी पीठ दर्द के मरीज हैं और उनकी चिकित्सा जांच लंबे समय से लंबित थी, क्योंकि पिछली पीटीआई सरकार ने उन्हें विदेश जाने की अनुमति नहीं दी थी।
आवेदन में आगे कहा गया है कि शहबाज को अपनी वापसी को भी पुनर्निर्धारित करना पड़ा, ताकि वह देश के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जा सकें।
उन्होंने आगे कहा, याचिकाकर्ता की गैर-उपस्थिति ना तो दुर्भावनापूर्ण और ना ही जानबूझकर है, बल्कि, उपरोक्त कारण के कारण ऐसा ही है।
इसके बाद, विशेष अदालत (सेंट्रल- क) के पीठासीन न्यायाधीश एजाज हसन अवान ने आवेदन स्वीकार कर लिया और शहबाज और हमजा की गिरफ्तारी से पहले की जमानत 21 मई तक बढ़ा दी।
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Source : IANS