बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि उनके साथ भारतीय जनता पार्टी ने एक सौतेले बेटे की तरह व्यवहार किया है। सिन्हा ने कहा, 'मुझे लगा कि मेरी माता-पिता मुझे सौतेले बेटे को दिए गए उपचार दे रहे थे।
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मुझे बीजेपी में दबाव सा महसूस होता है। उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी में कोई भूमिका नहीं दी गई थी। सिन्हा ने कहा, 'उन्होंने मुझे बोलने के अलावा कुछ भी करने की अनुमति नहीं दी।' राष्ट्र मंच के बारे में बात करते हुए, सिन्हा ने कहा कि हम अपने मूल पार्टी से विद्रोह नहीं कर रहे हैं।
इससे पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने कार्यक्रम में मोदी सरकार के मंत्रियों का जमकर मजाक उड़ाते हुए कहा था कि सरकार के मंत्रिमंडल में 90 प्रतिशत लोगों को कोई नहीं जानता। उन्होंने कहा कि इन मंत्रियों को भीड़ में कोई नहीं पहचानेगा। सिन्हा के अनुसार, ये वो खुशामदीदों की टोली हैं, जो वहां कुछ बनाने के लिए नहीं हैं, बल्कि बने रहने की कोशिश में लगे हैं।
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बता दें कि सिन्हा कुछ दिन पहले ही पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा शुरू किए गए नए राजनैतिक मंच (राष्ट्र मंच)से जुड़े हैं। उन्होंने कहा, 'राष्ट्र मंच का हिस्सा बनकर खुली हवा में सांस लेने जैसा अहसास हो रहा है। इसमें शामिल होने के बाद मैं देश की भलाई के लिए अपने विचार स्वतंत्र होकर व्यक्त कर सकता हूं। मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना मुक्त महसूस कर रहा हूं। खुली हवा में सांस लेने का मजा ही कुछ और है।'
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Source : News Nation Bureau