प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना 'शिवलिंग पर बैठे बिच्छू' से करने के मामले में दिल्ली की रॉउज एवेन्यू कोर्ट में अब अगली सुनवाई 7 अगसस्त को होगी. गुरुवार को सुनवाई के दौरान थरूर के वकील ने कहा कि उनकी ओर से अर्जी दाखिल करनी है जिसपर सलमान खुर्शीद जिरह करेंगे. लिहाजा मामले की सुनवाई फिलहाल टाल दी जाए. वही राजीव बब्बर के वकील नीरज ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा, कि इनको समन को रद्द करवाना है तो हाइकोर्ट जाए क्योंकि इस कोर्ट को पुनर्विचार करने का अधिकार नही है. कोर्ट ने मामले की सुनवाई 7 अगस्त तक टाल दी है.
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दरअसल कुछ समय पहले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना 'शिवलिंग पर बैठे बिच्छू' से की थी. उनके इस बयान के बाद बीजेपी नेता राजीव बब्बर ने थरूर के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था. उन्होंने शिकायत करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता के बयान की वजह से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई है. उन्होंनें यह भी कहा कि इससे ना सिर्फ उनकी बल्कि कई कार्यकर्ताओं की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला है. उनके इस बायन से देश में मौजूद लाखों शिवभक्तों की भावनाएं भी आहत हुई है. शशि थरूर ने जानबूझकर शिकायतकर्ता और उसके जैसे शिव भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया. ये बयान लोगों की घार्मिक विश्वास पर आघात कर , उनकी भावनाओं को भड़काने वाला है. इस मामले में शशि थरूर फिलहाल जमानत पर है.
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बता दें, पिछले साल 2018 में शशि थरूर बेंगलुरु में अपनी नई किताब 'द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर' को लेकर बात रहे थे. थरूर ने अपनी किताब के बारे में बात करते हुए बातों ही बातों में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा था कि एक बार आरएसएस (RSS) के एक अज्ञात व्यक्ति ने पीएम मोदी को एक नई उपमा देते हुए कहा था कि 'मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह है, जिसे आप ना तो अपने हाथों से और ना ही चप्पल मारकर हटा सकते है.'