जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बीजेपी के फैसले को जिन नेताओं का समर्थन मिला, उनमे कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम भी शामिल था. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के कुछ नेता ऐसे भी थे जिन्होंने इस फैसले का कड़ा विरोध किया और उनके बयानों का इस्तेमाल पाकिस्तान ने भी किया. बीजेपी ने भी इन नेताओं पर आरोप लगाया कि ये कांग्रेस नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. ऐसे में शशि थरूर ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि विपक्षी दलों के नेताओं के बयान से पड़ोसी मुल्क को कोई फायदा नहीं हो रहा है.
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थरूर ने कहा, ऐसे आरोपों को सुनकर हैरानी होती है कि हमारे बयानों से पाकिस्तान को फायदा हो रहा है. हम इस मामले में ऐसी कोई बात नहीं कर रहे हैं जिससे पाकिस्तान को खुशी या फायदा हो. पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी करने का कोई हक नहीं है लेकिन विपक्ष के नाते हमारा पूरा हक है कि हम सरकार से ये कहें कि वो लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए जनता को साथ लेकर आगे बढ़ें.
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से दिए गए मध्यस्थता के ऑफर पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिये भारत को किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है. लेकिन हम पाकिस्तान से तब तक बातचीत नहीं कर सकते, जब तक उसके एक हाथ में बंदूक और दूसरे हाथ में बम बना रहे.'
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वहीं डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पीएम मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' कहे जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, पीएम मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' कहना थोड़ा अजीब है. उन्होंने कहा, इस बारे में किसी को शक नहीं कि हमारे देश का राष्ट्रपिता कौन है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, डोनाल्ड ट्रंप को शायद पता नहीं है कि भारत 1947 में आजाद हुआ था, जबकि मोदी का जन्म देश की आजादी के बाद हुआ. ऐसे में यह संभव होना मुश्किल है कि पिता से पहले बच्चे पैदा हो जाएं.
वहीं जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बात करते हुए शशि थरूर ने कहा कि इस मामले में अंतरराष्ट्रीय तौर पर कांग्रेस और सरकार का रुख एक ही है. उन्होंने कहा, वैसे भी इस मामले में बीजेपी सरकार कांग्रेस की नीतियों पर ही चल रही है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो