वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) के नेता वाई.एस. शर्मिला के हैदराबाद स्थित आवास पर मंगलवार को पुलिस ने उन्हें मरीजों की समस्याओं को जानने के लिए उस्मानिया अस्पताल जाने से रोक दिया। शर्मिला के समर्थकों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई और वह गिर पड़ीं।
शर्मिला को अस्पताल जाने से रोकने के लिए पुलिस ने उनके लोटस पॉन्ड आवास का गेट बंद कर दिया था।
वाईएसआरटीपी की ओर से कहा गया कि उसके नेता मरीजों की दुर्दशा और दयनीय सुविधाओं को जानने के लिए उस्मानिया अस्पताल में जनता रेड करना चाहते हैं। उसने उसे और वाईएसआरटीपी कार्यकर्ताओं को रोकने में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया।
बाद में शर्मिला अपने घर के बाहर धरने पर बैठ गईं। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से तेलंगाना में केसीआर सरकार के अत्याचार का संज्ञान लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि राज्य में लोकतंत्र को चुपचाप दफन कर दिया गया है और केसीआर द्वारा विरोध की आवाजों को बेरहमी से कुचला जा रहा है। उसने उनसे तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, यह एक बार फिर साबित हो गया है कि राज्य केसीआर की तानाशाही और अत्याचार से बुरी तरह जूझ रहा है, जो बदले में वाईएसआरटीपी की बढ़ती प्रतिक्रिया से डरता है। उसने राज्य को हर पहलू में विफल कर दिया है और उसके वादों का आज कोई मूल्य नहीं है क्योंकि वे सभी हैं नकली हैं।
शर्मिला आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि उस्मानिया अस्पताल राज्य में सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा है, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण चरमरा रहा है।
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Source : IANS