बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद दो फाड़ हुई जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) पर एक बार फिर शरद यादव ने दावा किया है। राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कहा कि वे 8 अक्टूबर को जेडीयू के एक सम्मेलन में आगे की कार्रवाई का फैसला करेंगे।
यादव ने कहा, 'उनके वकील चुनाव आयोग को जवाब देंगे, जिसने उनके जेडीयू पर दावे को स्वीकार नहीं किया।'
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, 'हम ही असली जदयू हैं और आनेवाले दिनों में इसे साबित करेंगे। हम दिल्ली में अपनी राष्ट्रीय बैठक का 8 अक्टूबर को आयोजन कर रहे हैं, जहां हम आगे की कार्रवाई का फैसला करेंगे।'
आपको बता दें कि मंगलवार को चुनाव आयोग ने पार्टी चिह्न (तीर) पर शरद यादव के दावे को खारिज कर दिया था। हालांकि शरद यादव ने कहा है कि इसे खारिज नहीं किया गया है। हमारे वकील मामले को देख रहे हैं और उचित समय पर इसका जवाब देंगे।
शरद यादव ने कहा कि उन्होंने पार्टी के संविधान के मूल्यों और नैतिकता का कभी उल्लंघन नहीं किया, यह तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में दूसरे समूह ने जिसने जदयू, राजद और कांग्रेस से महागठबंधन तोड़ा।
इस बीच नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली जेडीयू ने अपनी ही पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव को जल्द से जल्द राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल होने की नसीहत दी।
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, 'शरद जब से पूर्व मंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव और तेजप्रताप के 'पॉलिटिकल अंकल' बने हैं और जब उनकी निगाह इस बात पर गई कि जब लालू सपरिवार जेल जाएंगे तब हम उनकी संपत्ति के 'कस्टोडियन' बनेंगे, उसके बाद से राजनीति में इनकी दुर्गति शुरू हो गई है।'
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में शरद यादव ने दावा किया था कि उनकी पार्टी जनता दल (यू) है, जिसे चुनाव आयोग ने अमान्य करार दिया। अब राज्यसभा सचिवालय द्वारा राज्यसभा की सदस्यता के संबंध में भी नोटिस जारी किया गया है, जिससे अब तो उनकी सदस्यता भी खारिज होने का खतरा है।
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Source : News Nation Bureau