बिहार में (जनता दल युनाइटेड) जेडीयू के बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बाद बगावती तेवर अपनाने वाले पार्टी के राज्यसभा सांसद शरद यादव और अली अनवर को राज्यसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। दोनों नेताओं की संसद सदस्यता भी छिन गई है
गौरतलब है कि बीते अगस्त में तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन तोड़ते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। गठबंधन टूटने के कुछ ही घंटों में जेडीयू को बीजेपी ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया जिसके बाद नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बन गए।
नीतीश कुमार के एनडीए पाले में जाने और आरजेडी-कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने पर शरद यादव और अली अनवर ने बगावती तेवर अपना लिए थे। दोनों ही नेता आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन बनाए रखने के पक्ष में थे।
जेडीयू में दो फाड़ होने के बाद शरद यादव और अली अनवर ने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था। शरद यादव ने जेडीयू के खिलाफ जाकर पूरे बिहार में रैली और यात्रा की थी।
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जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और अली अनवर के इस हरकत के बाद जेडीयू ने दोनों को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। इसके साथ ही जेडीयू ने दोनों नेताओं की राज्यसभा सदस्यता खत्म करने की भी अनुशंसा कर दी थी।
गौरतलब है कि पार्टी से निकाले जाने के बाद शरद यादव गुट ने पार्टी के चुनाव चिह्न तीर पर भी दावा किया था लेकिन उन्हें वहां भी हार का सामना करना पड़ा था। जेडीयू से अलग होने के बाद शरद यादव ने गुजरात चुनाव के बाद नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था।
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HIGHLIGHTS
- जेडीयू के बागी सांसद शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता रद्द
- एनडीए से गठबंधन के बाद शरद यादव बन गए थे बागी, लालू के समर्थन में दिया था बयान
Source : News Nation Bureau