शरद पवार ने भारतीय राजनीति के 'चाणक्य' को दी मात, बोले ये नेता

महाराष्ट्र में शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)-कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. इस बीच एनसीपी (NCP) के शीर्ष नेता ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तंज कसा है.

महाराष्ट्र में शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)-कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. इस बीच एनसीपी (NCP) के शीर्ष नेता ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तंज कसा है.

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nitu pandey
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शरद पवार ने भारतीय राजनीति के 'चाणक्य' को दी मात, बोले ये नेता

एनसीपी चीफ शरद पवार( Photo Credit : फाइल फोटो)

महाराष्ट्र में शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)-कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. इस बीच एनसीपी (NCP) के शीर्ष नेता ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तंज कसा है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) पर निशाना साधते हुए एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि आखिरकार शरद पवार (Sharad Pawar) ने भारतीय राजनीति के तथाकथित 'चाणक्य' को मात दे ही दी.

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बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit shah) का नाम लिए बिना मलिक ने कहा, 'आखिर भारतीय राजनीति के तथाकथित चाणक्य को पवार साहब ने मात दे ही दी, महाराष्ट्र को दिल्ली का तख्त झुका नहीं पाया. जय महाराष्ट्र!'

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हालांकि, बीजेपी (BJP) शायद ऐसा नहीं सोचती. पार्टी खेमे की खामोशी को खत्म करते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस का आगामी गठबंधन लाभकारी नहीं है.

गडकरी ने कहा, 'तीनों अलग-अलग विचारधाराओं वाली पार्टियां हैं. उनकी सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी.'

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शिवसेना के सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) से यह पूछे जाने पर कि यदि उनकी पार्टी को मुख्यमंत्री का पद अभी भी दिया जाता है तो क्या वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापस जाएंगे? उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में अब यह गौरव और आत्मसम्मान की बात है. अब यदि हमें इंद्र का पद भी दिया जाता है तो हमें नहीं चाहिए. समय अब बीत चुका है.'

इधर, सूत्रों ने बताया कि यह बैठक न्यूनतम साझा कार्यक्रम और नई सरकार में तीनों दलों की हिस्सेदारी को अंतिम रूप दिए जाने को लेकर हो रही है. इस बीच कांग्रेस और राकांपा ने अपने चुनाव पूर्व सहयोगियों-पीजेंट वर्कर्स पार्टी, समाजवादी पार्टी, स्वाभिमान पक्ष और माकपा से बातचीत की. राकांपा नेता जयंत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी तथा कांग्रेस के छोटे सहयोगियों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने के विचार का समर्थन किया है.

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