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जल्द खत्म हो सकता है शाहीन बाग CAA Protest, दिल्ली उपराज्यपाल से मिलने पहुंची ये तीन दादियां

NRC और CAA के विरोध में शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi LG Anil Baijal) से मुलाकात करने के लिए उनके पास जा रहे हैं.

Updated on: 21 Jan 2020, 05:35 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग पर बैठे लोगों का धरना प्रदर्शन खत्म हो सकता है. NRC और CAA के विरोध में शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे कुछ  लोग दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi LG Anil Baijal) से मुलाकात करने के लिए उनके पास जा रहे हैं. इन प्रदर्शनकारियों में 3 बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल हैं जो नागरिकता कानून के खिलाफ शाहीन बाग में धरने पर बैठे हैं. आपको बता दें पिछले लगभग एक महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे इस धरना प्रदर्शन की वजह से सड़क पर आवाजाही में लोगों को दिक्कतों का सामना करन पड़ रहा है.

शाहीन बाग से सीएए पर प्रदर्शन करने वाला डेलीगेशन दिल्ली के राज्यपाल अनिल बैजल से मिलकर बाहर निकला. डेलीगेशन के सदस्य तासीर अहमद ने बताया कि हमने अपनी बातें दिल्ली के राज्यपाल के सामने रखी है, एलजी ने कहा है कि ये मांगे वो गृह मंत्रालय तक पहुचाएंगे. तासीर अहमद का कहना है कि हमारा प्रोटेस्ट जारी रहेगा और हम कल के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतज़ार करेंगे, वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान हम कल शाहीन बाग में एम्बुलेंस स्कूल बसों को रास्ता भी देंगे.

आपको बता दें कि दिल्ली के राज्य पाल के साथ हुई इस सकारात्म बातचीत के बाद हम ये उम्मीद कर सकते हैं कि धरना प्रदर्शन शांति पूर्वक किया जा सकता है या फिर बंद भी किया जा सकता है. पिछले 15 दिसंबर से इस प्रोटेस्ट की वजह से कालिन्दीकुंज से सरिता विहार को जाने वाली सड़क बन्द की गई है, हालांकि पुलिस ने अभी सिर्फ ये जानकारी दी है कि डेलिगेशन बात करने जा रहा है क्या बातचीत होती है उसके बाद साफ हो सकेगा. एल जी दिल्ली से मिलने पहुंची दादियों के नाम से मशहूर तीन दादियां, 90 साल की आसमा, बिलकीस और सरवरी के साथ नुरून निशा हैं. उपराज्यपाल के साथ होने जा रही इस मुलाकात में उनके साथ अधिवक्ता और प्रेजिडेंट ऑल इंडिया कंस्यूमर एजुकेशन सोसाइटी के नितिन सक्सेना और  बामसेफ के मुकेश रंगीला भी हैं. इन लोगों ने राज्यपाल को देने के लिए एक ज्ञापन भी तैयार किया है, जिसमें CAA और NRC को वापस लेने की मांग की गई है.

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इसके पहले सोमवार को शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग का साथ मिला. दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोध करने वालों की कतार में जा खड़े हुए हैं. सोमवार शाम को शाहीन बाग में विगत एक महीने से अधिक से चल रहे धरना-प्रदर्शन में वह पहुंचे और सीएए कानून में बदलाव की मांग कर डाली. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि लोगों से बातचीत कर उनकी उलझनों को सुलझाना बहुत जरूरी है. सीएए विरोधी धरना-प्रदर्शन से स्थानीय लोगों की कमाई पर तो असर पड़ ही रहा है, देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसकी आंच पहुंच रही है. 

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सीएए कानून में बदलाव की गुंजाइश
शाहीन बाग में चल रहे धरना-प्रदर्शन में पहुंचे दिल्ली के पूर्व एलजी नजीब जंग ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि नागरिकता संशोधन कानून में बदलाव की गुंजायश है. इसमें या तो मुसलमानों का नाम भी शामिल किया जाए या फिर अन्य नामों को भी हटा दिया जाए. सीएए कानून को समावेशी बनाने से सारा मामला ही खत्म हो जाएगा. यदि प्रधानमंत्री इन लोगों को बुलाकर बातचीत करते हैं, तो मामला ही सुलझ जाएगा.'