संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलने को तैयार हुए पीएम मोदी

राहुल गांधी के बयान से तिलमिलाई सरकार ने संसद में अगस्ता वेस्टलैंड घूसखोरी मामले को उछालकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।

राहुल गांधी के बयान से तिलमिलाई सरकार ने संसद में अगस्ता वेस्टलैंड घूसखोरी मामले को उछालकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।

author-image
Abhishek Parashar
एडिट
New Update
संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलने को तैयार हुए पीएम मोदी

फाइल फोटो

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की नाराजगी के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई है। संसद में चल रहे गतिरोध को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए आडवाणी ने कहा था कि कम से कम आखिरी दिन भी संसद को चलाने की कोशिश होनी चाहिए।

Advertisment

आडवाणी के बयान के बाद अब प्रधानमंत्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलने को तैयार हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार की सुबह साढ़े दस बजे कांग्रेस के नेताओं से मिलेंगे। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेता राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे।

शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन के पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के बयान के बाद तेजी से सियासी घटनाक्रम बदला। संसद में जारी गतिरोध पर लालकृष्ण आडवाणी ने दूसरी बार नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, 'ऐसा महसूस हो रहा है कि मैं सांसद की पोस्ट से इस्तीफा दे दूं। इस हालात में अटलजी भी नाराज होते।'

आडवाणी ने संसद न चल पाने के लिए सरकार पर भी सवाल उठाया। कुछ दिन पहले भी आडवाणी ने संसद नहीं चलने को लेकर नाराजगी जताई थी। आडवाणी ने कहा कि कम से कम आखिरी दिन सदन चलने दिया जाए। आडवाणी ने राजनाथ से कहा, 'कम से कम आखिरी दिन संसद चलाने की कोशिश होनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि स्पीकर को दोनों पक्षों के नेताओं को बुलाकर बात करनी चाहिए।

संसद के शीतकालीन सत्र में बस एक दिन बचा है। नोटबंदी और अगस्टा वेस्टलैंड घूसखोरी कांड को लेकर अब पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। सत्र की शुरुआत में विपक्षी दलों ने नोटबंदी को मुद्दा बनाते हुए संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग रखी, जिसे सरकार ने आखिर तक नहीं माना। वहीं आखिरी हफ्ते में सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड घूसखोरी मामले को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर हमला बोल दिया।

सरकार ने कहा था कि पीएम मोदी संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी तीन दिनों तक संसद में मौजूद रहेंगे। लेकिन कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के बयान के बाद सरकार दबाव में आ गई। राहुल गांधी ने कहा, 'मेरे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निजी भ्रष्टाचार के सबूत हैं और सरकार मुझे संसद में बोलने का मौका नहीं दे रही है।'

गांधी के बयान से तिलमिलाई सरकार ने संसद में अगस्ता वेस्टलैंड घूसखोरी मामले को उछालकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की। सरकार और विपक्ष फिर से आमने-सामने आए और आखिरी तीन दिनों का दो दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया।

इसके बाद आडवाणी के बयान को आधार बनाते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बीजेपी के भीतर 'लोकतांत्रिक मूल्यों' के लिए लड़ रहे हैं। राहुल ने ट्वीट किया, 'आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने पर आपका शुक्रिया।'

आडवाणी की नाराजगी के तत्काल बाद संसद में जारी गतिरोध को तोड़ने की कोशिशें शुरू होती नजर आईं। अब शीतकालीन सत्र में महज एक दिन बचे हैं और ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ होनेवाली मुलाकात का नतीजा ही शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन की किस्मत तय करेगा।

 

HIGHLIGHTS

  • संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे नरेंद्र मोदी
  • नोटबंदी और अगस्ता वेस्टलैंड घूसखोरी मामले को लेकर शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ा
Parliament Winter Session
      
Advertisment