पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में शामिल होने के फैसले पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता सीके जाफर शरीफ ने आपत्ति जताई है।
जाफर ने इस संबंध में प्रणव मुखर्जी को पत्र लिखकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और इस यात्रा पर नहीं जाने का अनुरोध किया है।
सीके जाफर से पहले पार्टी के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने इस दौरे पर सवाल उठाया था।
उन्होंने कहा, 'प्रणब मुखर्जी सांप्रदायिकता और हिंसा को लेकर आरएसएस की भूमिका पर पहले सवाल उठा चुके हैं। आरएसएस को ये बातें पता होंगी। अगर उन्हें संघ अपने कार्यक्रम में बुला रहा है तो क्या प्रणव मुखर्जी ने अपनी विचारधारा बदली है या आरएसएस में कोई स्वाभिमान नहीं बचा है।'
कांग्रेस के इन सवालों पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आरएसएस के कार्यक्रम में मुखर्जी को न्योता भेजने में कोई बुराई नहीं है।
उन्होंने कहा, 'अगर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आते हैं तो यह अच्छा है। क्या समस्या है कि अगर पूर्व राष्ट्रपति आरएसएस के कार्यक्रम में आते हैं। आरएसएस देश का एक संगठन है। इसमें राजनीतिक अस्पृश्यता नहीं होनी चाहिए।'
बता दें प्रणव मुखर्जी ने 7 जून को नागपुर में संघ के तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग में राष्ट्रवाद पर व्याख्यान देने का न्योता स्वीकार कर लिया है। वह नागपुर में आरएसएस के उन कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे
आरएसएस ने मंगलवार को कहा कि यह पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस नेता रहे प्रणब मुखर्जी की 'महानता' है कि उन्होंने नागपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने का न्योता स्वीकार कर लिया है।
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Source : News Nation Bureau