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जम्मू कश्मीर : मेंढर में आतंकी साजिश का भंडाफोड़ होने के बाद मंदिरों में सुरक्षा बढ़ाई गई

सुरक्षाबलों के जवानों को मंदिरों में तैनात किया गया है. हिंदू समुदाय के लोग भी सुरक्षा की मांग कर रहे थे और अब उन्होंने भारतीय सेना और अन्य सुरक्षाबलों का धन्यवाद किया है.

Updated on: 29 Dec 2020, 12:19 PM

पुंछ:

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के निशाने पर मंदिर हैं. रविवार को पुंछ जिले की मेंढर सब डिविजन में सुरक्षाबालों ने एक बड़ी आतंकी वारदात को नाकामयाब करते हुए तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जिनका मकसद हिन्दू मंदिरों में ग्रेनेड हमला करना था. इसके मद्देनजर अब मंदिरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सुरक्षाबलों के जवानों को मंदिरों में तैनात किया गया है. हिंदू समुदाय के लोग भी सुरक्षा की मांग कर रहे थे और अब उन्होंने भारतीय सेना और अन्य सुरक्षाबलों का धन्यवाद किया है.

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जम्मू कश्मीर पुलिस ने रविवार को सीमावर्ती पुंछ जिले में एक मंदिर पर हमले की साजिश को नाकाम करते हुए उसने पाकिस्तान से जुड़े तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. आतंकियों के पास से छह ग्रेनेड बरामद किए गए थे. गिरफ्तार किए गए आतंकी जिले में शांति एवं सामुदायिक सद्भाव भंग करने के इरादे से पाकिस्तानी आका के इशारे पर एक मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने की साजिश रच रहे थे. पकडे गए आतंकवादियों ने यह कबूला है कि उनका मकसद मेंढर के कई मंदिरों में निशाना बनाना था, ताकि यहां का माहौल बिगड़ा जा सके.

पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रमेश कुमार अंग्राल के मुताबिक, साजिश का पता तब लगा जब शनिवार रात करीब आठ बजे मेंढर सेक्टर में बसूनी के निकट वाहन तलाशी के दौरान स्थानीय पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने 49 राष्ट्रीय राइफल के जवानों के साथ मिलकर दो भाइयों- मुस्तफा इकबाल और मुर्तजा इकबाल को हिरासत में लिया. दोनों गलहुटा गांव के रहने वाले हैं. अधिकारी ने कहा कि बसूनी में 49 राष्ट्रीय राइफल के बटालियन मुख्यालय में उनसे पूछताछ की गई और पूछताछ में पाया गया कि मुस्तफा को एक पाकिस्तानी नंबर से कॉल आया था तथा उसे ग्रेनेड हमला करने का निर्देश दिया गया था.

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अधिकारी के अनुसार, सख्ती से पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि उसे अरी गांव में एक मंदिर पर ग्रेनेड फेंकने का काम सौंपा गया. उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला जिसमें बताया गया है कि ग्रेनेड का इस्तेमाल कैसे करना है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह भी सामने आया कि मुस्तफा आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था और उसके कबूलनामे के आधार पर नियंत्रण रेखा के समीप बालाकोटे के डब्बी गांव से उसके दो साथियों- मोहम्मद यासीन और रईस अहमद को भी पकड़ा गया. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मुर्तुजा इकबाल हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है.