पुलवामा हमले के बाद आतंकियों की जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर से बातचीत को सुरक्षाबलों ने डीकोड किया है. डीकोड में आतंकियों की बातचीत सुनकर आपका न सिर्फ दिल दहल जाएगा, बल्कि खून भी खौल उठेगा. News Nation को पता चला है कि आतंकवादियों ने सर्विलांस से बचने के लिए बातचीत के लिए peer-to-peer सॉफ्टवेयर सर्विस YSMS का इस्तेमाल किया था. इस सॉफ्टवेयर के जरिए पुलवामा हमले के बाद 16-17 फरवरी को हुई मसूद अजहर और आतंकियों के बीच बातचीत को डीकोड किया गया है.
इस इंटरसेप्ट के मुताबिक, आतंकवादी बोल रहे हैं- मुजाहिदीन की सफल कुर्बानी हुई, जोशीले हमले में भारतीय सैनिक मारे गए, दर्जनों गाडियां तबाह हो गईं. सेना को कश्मीरियों को निशाना बनाना बंद कर देना चाहिए. ये जंग हमारे और सेना के बीच है, हम लड़ने के लिए तैयार हैं. मुजाहिद दिसंबर से तैयार हैंं, अब बाहर जाना है. कुर्बानियों का बदला लेना है.
पिछले हमले में 200 किलोग्राम खिलौने का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन इस हमले में 500 किलो के खिलौने का इस्तेमाल किया जा सकता है. पहले से बड़ी गाड़ी तैयार है
(इस बातचीत से पता चला था कि आतंकी अगले हमले के लिए हरे रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, जिसका इंतजाम किया जा चुका है)
आतंकी कहते हैं, हुक्म होते ही मदद के लिए गुरेज से मुजाहिद भारत में दाखिल हो जाएंगे. मंजर का वीडियो जल्दी रिलीज होगा, जिसे देखकर जोश बढ जाएगा. (पुलवामा हमले का वीडियो जल्द रिलीज करेगा जैश)
नोट : YSMS के जरिए मैसेज भेजने के लिए बिना सिम के मोबाइल को एक हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो ट्रांसमीटर से जोडकर वाईफाई से कनेक्ट किया जाता है और डार्कनेट का इस्तेमाल होता है.
Source : News Nation Bureau