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धारा 144( Photo Credit : सांकेतिक चित्र)
नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act 2019) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गुरुवार की सुबह 6 बजे से बेंगलुरू में धारा 144 लगाई जाएगी. विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए धारा 144 की सीमा शनिवार रात 12 बजे तक रहेगी. आपको बता दें कि पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने कर्नाटक में तत्काल प्रभाव से तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी है. आपको बता दें कि इसके पहले कर्नाटक में गुरुवार को वामपंथी और मुस्लिम संगठनों द्वारा एक बंद का आह्वान किया गया है. जिसके बाद बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त भास्कर राव ने कहा, अगले 3 दिनों के लिए गुरुवार की सुबह 6 बजे से ग्रामीण जिले सहित पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लागू की जाएगी. कलाबुरागी उपायुक्त ने कहा कि सभी स्कूल और कॉलेज 19 दिसंबर को बंद रहेंगे.
आपको बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के जाफराबाद-सीलमपुर इलाके में मंगलवार को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने अबतक 6 लोगों को गिरफ्तार किया हैं. बाकि इस हिंसा में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. बता दें कि मंगलवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद-सीलमपुर (Jafrabad-Seelampur) इलाके में काफी हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस दौरान जमकर बवाल हुआ, गाड़ियों के शीशे तोड़े गए. इसी के साथ जाफराबाद में भी लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया था. इस हिंसा में कुल 18 लोग जख्मी हुए थे, घायलों में 11 दिल्ली पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी और 7 आम नागरिक हैं.
Kalaburagi Deputy Commissioner: All schools and colleges will remain closed on 19 December. #Karnatakahttps://t.co/CTWnorwDzf
— ANI (@ANI) December 18, 2019
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वहीं बुधवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता कन्हैया कुमार नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे. कन्हैया ने नागरिकता कानून को काला कानून करार दिया और यहां छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, प्रदर्शन और आंदोलन करना प्रत्येक छात्र का अधिकार है, लेकिन यह शांतिपूर्ण ठंग से किया जाना चाहिए, अन्यथा इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है.
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वहीं नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में रविवार को जामिया इलाके में हिंसक विरोध हुआ. इस मामले में 6 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. साकेत कोर्ट ने पकड़े गए आरोपियों को 31 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा है. साकेत कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से सवाल किया कि क्या इनके खिलाफ पुराने आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिस पर दिल्ली पुलिस ने जवाब दिया कि पकड़े गए लोग पहले भी ऐसे उपद्रवी मामलों में आरोपी रह चुके हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो