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अंबाला एयरबेस पर राफेल के लैंड होने से पहले धारा 144 लागू, बिना इजाजत घुसने पर गोली मारने का आदेश

अत्याधुनिक हथियारों और घातक बमों से लैस भारतीय वायुसेना का सबसे घातक फाइटर जेट राफेल 29 जुलाई को अंबाला पहुंच रहा है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है.

Updated on: 28 Jul 2020, 05:51 PM

नई दिल्ली:

अत्याधुनिक हथियारों और घातक बमों से लैस भारतीय वायुसेना का सबसे घातक फाइटर जेट राफेल 29 जुलाई को अंबाला पहुंच रहा है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है. रिपोर्टों के मुताबिक, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी प्रतिबंधित होगी. इसके साथ ही एयरफोर्स के तीन कलोमीटर के इलाके तक नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है. साथ ही बिना इजाजात आने पर गोली मारने का भी आदेश जारी किया गया है.

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इन फाइटर जेट को उड़ाने के लिए कुल 12 पायलटों को ट्रेनिंग दी गई है. जो इसे फ्रांस से भारत लेकर आ रहे हैं. इंडियन एयर फोर्स ने इन लड़ाकू विमानों के स्वागत की पूरी तैयारी कर ली है. वायुसेना के फाइटर पायलट 7000 किलोमीटर की हवाई दूरी तय करके बुधवार को अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे. इस मौके पर एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी मौजूद रहेंगे. मंगलवार को उन्होंने एयरफोर्स स्टेशन का दौरा किया और 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन का दोबारा गठन किया गया.

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आपको बता दें कि कुल 5 राफेल 27 जुलाई को फ्रांस से भारत के लिए रवाना हुए थे. सोमवार को इसने अबूधाबी में लैंडिंग की. विमानों को फ्रांस से यूएई पहुंचने में सात घंटे का वक्त लगा. ये विमान अल दफ्रा से उड़ान भरेंगे और सीधे अंबाला लैंड करेंगे. चीन और पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव के बीच इन फाइटर जेट का भारत के लिए रवाना होना काफी अहम माना जा रहा है. राफेल विमानों के रवाना होने से पहले फ्रांस में भारतीय दूतावास ने इन राफेल विमानों और भारतीय वायसेना के जाबांज पायलटों की तस्वीर भी जारी की है.

हवा में ही रिफ्यूल हुए राफेल

फ्रांस से भारत आने के दौरान राफेल लड़ाकू विमानों को हवा में ही रिफ्यूल किया गया. भारतीय वायुसेना ने फ्रांसीसी एयरफोर्स का सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया है. ये राफेल करीब 10 घंटे का सफर तय करके भारत आने वाले हैं.