मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में सियासी घमासान जारी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) जहां बीजेपी में शामिल होने के बाद गुरुवार को भोपाल पहुंचे और रोड शो कर रहे हैं. वहीं बागी विधायकों को मनाने के लिए कमलनाथ के दो मंत्री जीतू पटवारी (Jitu Patwari) और लाखन सिंह बेंगलुरू पहुंचे. लेकिन यहां उनके साथ पुलिस की झड़प हो गई.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मध्य प्रदेश के मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह बागी विधायकों को मनाने बेंगलुरू पहुंचे. जिस रिजार्ट में विधायक ठहरे थे वहां मौजूद पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई. जीतू पटवारी की पुलिस के साथ पहले तीखी बहस हुई और भी धक्का-मुक्की हुई. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
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बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने विधायकों को भोपाल से दूर भेज दिया
बता दें कि बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने विधायकों को भोपाल से दूर भेज दिया है. सिंधिया के नजदीकी 22 विधायकों के इस्तीफों से मध्य प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस गिरने की कगार पर पहुंच गई है.
कांग्रेस ने अपने करीब 90 विधायकों को जयपुर के पास एक रिजॉर्ट में भेज दिया
कांग्रेस ने अपने करीब 90 विधायकों को जयपुर के पास एक रिजॉर्ट में भेज दिया, वहीं राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने अपने विधायकों को गुरूग्राम के एक लग्जरी होटल भेज दिया. इस बीच इस्तीफा देने वालों में से 19 को बेंगलुरु में एक होटल में रखा गया है.
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विधानसभा का ये है सूरत-ए-हाल
मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफे से मध्य प्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली सरकार के भविष्य पर एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है. राज्य में कांग्रेस सरकार 230 सदस्यीय विधानसभा में बहुत कम बहुमत के साथ सत्ता में आई थी. विधानसभा की प्रभावी संख्या अब 228 है. मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को चार निर्दलीय विधायकों, दो बसपा विधायकों और एक सपा विधायक का भी समर्थन हासिल है, लेकिन अब उनमें से कुछ बीजेपी की ओर पाला बदल सकते हैं. यदि 22 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिये जाते हैं तो विधानसभा की प्रभावी संख्या कम होकर 206 हो जाएगी. कांग्रेस के पास अपने दम पर 92 सीटें रह जाएंगी जबकि बीजेपी के पास 107 सीटें हैं और बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 104 होगा.