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जज लोया की मौत पर SC के फैसले से संतुष्ट नहीं कांग्रेस जांच पर अड़ी, BJP ने कहा - माफी मांगे राहुल गांधी

सीबीआई जज बी एच लोया की मौत के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के एसआईटी जांच की मांग को खारिज किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस सामने आ गई है।

Updated on: 19 Apr 2018, 10:38 PM

highlights

  • सीबीआई जज बी एच लोया की मौत पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के फैसले से संतुष्ट नहीं कांग्रेस
  • कांग्रेस ने सीबीआई जज लोया की मौत के मामले की स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग रखी

नई दिल्ली:

सीबीआई जज बी एच लोया की मौत के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के एसआईटी जांच की मांग को खारिज किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस सामने आ गई है।

कांग्रेस ने जहां इस मामले की स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग की है, वहीं बीजेपी ने राहुल गांधी से माफी मांगे जाने की अपील की है।

कांग्रेस ने 10 प्वाइंट्स गिनाते हुए मामले की स्वतंत्र तरीके से जांच कराए जाने की मांग की।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भारतीय इतिहास का काला दिन बताते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'कोर्ट का आदेश कई सवालों का जवाब नहीं देता है। पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट में कई सारी गड़बड़ियां हैं और उसमें पीड़ित का नाम भी सही तरीके से नहीं लिखा गया है।'

कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने भी जज लोया के मामले को लेकर चिंता जताई थी।

बीजेपी ने कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस इस मामले का राजनीतिककरण कर रही है।

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस मामले को जनहित को पूरा करने के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस के हितों को पूरा करने और बीजेपी के हितों को विशेषकर हमारे पार्टी प्रेसिडेंट अमित शाह को नुकसान पहुंचाने के लिए उठाया गया था।

कानून मंत्री ने बताया कि इस मामले में कोर्ट ने कहा था राजनीतिक लड़ाई राजनीतिक मैदान में लड़ी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा, 'इसका मतलब साफ है कि इस मामले को हमारी पार्टी प्रेसिडेंट अमित शाह के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई के तौर पर इस्तेमाल किया गया। मैं राहुल गांधी से अपील करता हूं कि वह अदालतों की मदद से राजनीतिक लड़ाई न लड़ें।'

पीएओ में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, 'अगर आप न्यायपालिका की विश्वसनीयता पर सवला उठा रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप जांच और सभी सबूतों पर भी सवाल उठा रहे हैं। मुझे लगता है कि राहुल गांधी को अमित शाह से माफी मांगनी चाहिए।'

वहीं जज लोया की पार्थिव शरीर को सबसे पहले देखने वाले डॉक्टर प्रशांत राठी ने फैसले का स्वागत करते हुए राहत की सांस ली।

उन्होंने कहा, 'अब सच सामने आ गया है और मुझे राहत मिली है। एक समय था, जब मेरी भूमिका को संदेह की नजरों से देखा गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कोई शंका और भ्रम नहीं होना चाहिए।'

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